इस सब्जी के खाने से नहीं होती है दिल की बीमारी

Kushal Mishra | Dec 04, 2017, 16:17 IST
किसान
ऐसा माना जाता है कि यह सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर है और इसको नियमित सेवन से दिल की बीमारियां नहीं होती हैं। यहां तक कि जो हार्ट पेशेंट हैं, उन्हें भी इसके उपयोग से लाभ मिलता है। भारत में पैदा होने वाली इस सब्जी का नाम गुच्छी है और इसके इसी लाभकारी गुणों की वजह से इसकी डिमांड विदेशों में भी बहुत है। आइये आपको इस सब्जी के बारे में कई रोचक जानकारी बताते हैं।

बेहद लजीज पकवानों में गिनी जाती है यह सब्जी

गुच्छी में विटामिन बी और डी के अलावा सी और के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इस गुच्छी को बनाने की विधि में डायफ्रूट, सब्जियां और घी इस्तेमाल किया जाता है। गुच्छी की सब्जी बेहद लजीज पकवानों में गिनी जाती है।

मगर काफी महंगी है ये सब्जी

सब्जियों के दाम भले ही आसमां छू रहे हों, मगर भारत में पैदा होने वाली इस गुच्छी की कीमत अगर आप सुन लेंगे तो बेशक आप अपने कानों पर यकीन ही नहीं कर पाएंगे। वैसे तो सब्जियां 50 रुपये प्रति किलो तक आ जाती है और सीजन के शुरुआत में कोई नई सब्जी जब आती है तो उसकी कीमत 100 रुपये तक भी पहुंच जाती है, बाद में इसके दाम गिरने लगते हैं। मगर इस सब्जी के दाम हैं, 30,000 रुपये प्रति किलो।

बर्फ पिछलने के कुछ दिन बाद ही उगती है गुच्छी

30,000 रुपये प्रति किलो पर बिकने वाली इस सब्जी गुच्छी का वैज्ञानिक नाम मोर्चेला एस्क्युलेन्टा है, लेकिन इसे हिंदी में स्पंज मशरूम कहा जाता है। यह सब्जी हिमाचल, कश्मीर और हिमालय के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में ही होती है। यह गुच्छी बर्फ पिछलने के कुछ दिन बाद ही उगती है। इस सब्जी का उत्पादन पहाड़ों पर बिजली की गड़गड़ाहट और चमक से निकलने वाली बर्फ से होता है। प्राकृतिक रूप से जंगलों में उगने वाली गुच्छी शिमला जिले के लगभग सभी जंगलों में फरवरी से लेकर अप्रैल माह के बीच तक ही मिलती है।

तब गाँव-गाँव से लोग आकर ढूंढते हैं गुच्छी

फरवरी माह से पहले ही हिमाचल के कई गाँवों के ग्रामीण इन जंगलों में आ जाते हैं। झाड़ियों और घनी घास में पैदा होने वाली इस गुच्छी को ढ़ूढने के लिए पैनी नजर के साथ ही कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। ऐसे में अधिक मात्रा में गुच्छी हासिल करने के लिए ग्रामीण सबसे पहले इन जंगलों में आते हैं और सुबह से ही गुच्छी को ढ़ूढने के अभियान में जुट जाते हैं। आलम यह है कि गुच्छी से मिलने वाले अधिक मुनाफे के लिए कई ग्रामीण इस सीजन का बेसब्री से इंतजार करते हैं और सीजन के दौरान बेरोजगार लोग भी अधिक से अधिक गुच्छियां ढ़ूढकर अच्छी खासा मुनाफा कमा लेते हैं।

हाथों-हाथ बिक जाती है गुच्छी

इस दुलर्भ सब्जी को बड़ी-बड़ी कंपनियां और होटल हाथों-हाथ खरीद लेते हैं। इन लोगों से गुच्छी बड़ी कंपनियां 10 से 15 हजार रुपये प्रति किलो में खरीद लेते हैं, जबकि बाजार में इस गुच्छी की कीमत 25 से 30 हजार रुपये प्रति किलो तक है। यह सब्जी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप, फ्रांस, इटली और स्विजरलैंड जैसे देशों में भी गुच्छी की भारी डिमांड है।

Tags:
  • किसान
  • गुच्छी
  • स्पंज मशरूम
  • हिमाचल
  • सब्जी
  • Vegetables
  • green vegetables
  • खेती-बाड़ी
  • गुच्छी की सब्जी
  • gucchi vegetable
  • vegetable in himanchal
  • मोर्चेला एस्क्युलेन्टा

Follow us
Contact
  • Gomti Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh 226010
  • neelesh@gaonconnection.com

© 2025 All Rights Reserved.