गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए अपने बच्चे को ज़रूर लगवाएं ये टीके

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गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए अपने बच्चे को ज़रूर लगवाएं ये टीकेप्रतीकात्मक फोटो 

लखनऊ। नवजात शिशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीका लगवाना बहुत ज़रूरी है। कई बार जानकारी की कमी में टीके का पूरा चक्र नहीं पूरा हो पाता। टीके बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए समय समय पर लगवाने जरूरी हैं। कौन सा टीका कब लगवाना है इसके बारे में लखनऊ के बालरोग विशेषज्ञ डॉ रूपा शर्मा बताती हैं।

डिप्थीरिया

इसका संक्रमण 2 से 10 वर्ष तक की उम्र वाले बच्चो में होता है। यह रोग किसी रोगी व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है। इसमें बुखार गले मे खऱाश जैसी दिक्कतें होती हैं फिर धीरे धीरे सांस लेने में कठिनाई होनी लगती है। इससे सुरक्षा के लिए बच्चे को एक साल की उम्र तक डीटीएपी और आईपीवी टीके की 3 खुराक दे देनी चाहिए।

हेपेटाइटिस बी

यह टीका बच्चो के लिवर में इन्फेक्शन फैलाने वाले वायरस से लड़ता है। बच्चे के जन्म के बाद ही इस टीके को लगवा लें। दूसरा डोज एक या फि र दो महीनो में लगवाए और तीसरा 6 से 8 महीने में लगवाए।

खसरा

यह सबसे आम बीमारी है जिसमें तीन से चार दिन तक तेज बुखार रहता है और छोटे छोटे दानें निकल आते हैं। खसरे का टीका नौ माह की उम्र में इसका टीका जरूर लगवाएं।

चिकनपॉक्स

चिकनपॉक्स को छोटी माता कहा जाता है। इसके लिए भी टीका उपलब्ध है जो कि 12 से 15 महीने तक की आयु में दिया जा सकता है। चिकन पॉक्स की शुरुआत में पहले शरीर में हल्की बुखार, हल्की खांसी, सिर में दर्द आदि होते हैं और 24 घंटों के पश्चात पेट, पीठ और चेहरे पर लाल खुजलीदार निकल आते हैं और बाद में धीरे धीरे यह पूरे शरीर में फ़ैल जाता है।

पोलियो

पोलियो का टीका बच्चो के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता है, अगर यह समय पर नहीं लगवाया जाये तो इससे बच्चो को आईपीवी नामक वायरस फैलने का खतरा रहता है। इसलिए इस टीके को दो,चार, छह महीने में या फि र 4 से 6 साल की उम्र में लगवा देना होता है।

टिटनेस

मनुष्यों के घाव में संक्रमण होने से टिटनेस होता है यह क्लोस्ट्रीडियम टिटानी बैक्टीरिया से फैलता है। यह जीवाणु घाव या चोट में विष पैदा करता है। इसके चलते धीरे धीरे जहर पूरे शरीर में फैलने लगता है और कई बार व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

ये टीके भी हैं बहुत ज़रूरी

  • बीसीजी- जन्म के समय
  • हेपेटाइटिस बी- जन्म के समय
  • ओपीवी- 6,10,14 सप्ताह पर
  • डीपीटी- 6,10, 14 सप्ताह पर
  • हेपेटाइटिस बी- 6 सप्ताह, 10 सप्ताह 14 सप्ताह पर
  • खसरा विटामिन ए- 9 माह पर
  • डीपीटी बूस्टर- 16 से 24 माह पर
  • खसरा दूसरी खुराक-16 से 24 माह पर
  • ओपीवी बूस्टर- 16 से 24 माह पर
  • जापानी एंसीफेलाइटिस- 16 से 24 माह पर
  • विटामिन- 16 माह इसके बाद हर छह माह के अंतराल से 5 वर्ष तक एक खुराक
  • डीपीटी बूस्टर- 5 से 6 वर्ष
  • टीटी- 10 से 16 वर्ष अब डीपीटी हेपेटाइिटस बी को मिलाकर एक ही टीका पेंटावेलेंट लगने लगा है।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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