एंटीबायोटिक के इस्तेमाल से महिलाओं में बढ़ सकता है दिल का दौरा पड़ने का खतरा

एंटीबायोटिक का उपयोग हृदय रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़ा होने का संभावित कारण है क्योंकि एंटीबायोटक्सि आंत में सूक्ष्म वातावरण के संतुलन को बदल देते हैं

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
एंटीबायोटिक के इस्तेमाल से महिलाओं में बढ़ सकता है दिल का दौरा पड़ने का खतराप्रतीकात्मक तस्वीर साभार: इंटरनेट

वाशिंगटन। हाल में हुये एक अध्ययन में दावा किया गया है कि जो महिलाएं लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाएं लेती हैं, उनमें दिल का दौरा पड़ने या आघात आने का खतरा बढ़ जाता है। यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि 60 या उससे अधिक उम्र की महिलाएं जो दो महीने या उससे अधिक समय तक एंटीबायोटिक लेती हैं, उन्हें हृदय रोग का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। बीच की आयु वाली (40-59 वर्ष) महिलाओं में भी एंटीबायोटिक के लंबे समय तक उपयोग करने पर इसका जोखिम बढ़ जाता है।

ये भी पढ़ें: अफ्रीका में लॉन्च हुआ दुनिया का पहला मलेरिया वैक्सीन

शोधकर्ताओं को 20-39 के बीच की उम्र की वयस्क महिलाओं में एंटीबायोटिक के उपयोग से जोखिम बढ़ने का कोई संकेत नहीं मिला है। एंटीबायोटिक का उपयोग हृदय रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़ा होने का संभावित कारण है क्योंकि एंटीबायोटक्सि आंत में सूक्ष्म वातावरण के संतुलन को बदल देते हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर साभार: इंटरनेट

ये भी पढ़ें:पांच साल से छोटे बच्चों को स्क्रीन पर रोज 60 मिनट से अधिक नहीं बिताना चाहिए: डब्ल्यूएचओ

अमेरिका में टुलाने विश्वविद्यालय के निदेशक लू क्यूई ने कहा, आंत में सूक्ष्मजीवों के संतुलन को बदलने में एंटीबायोटिक का उपयोग सबसे महत्वपूर्ण कारक है। पिछले अध्ययनों में आंत के माइक्रोबायोटिक वातावरण में परिवर्तन और रक्त वाहिकाओं के संकुचन और सूजन, स्ट्रोक और हृदय रोग के बीच एक कड़ी दिखाई गई है। शोधकर्ताओं ने नर्सेज हेल्थ स्टडी में भाग लेने वाली 36,429 महिलाओं का अध्ययन किया।

ये भी पढ़ें:इन कारणों से होता है किडनी का कैंसर, ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान


   

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.