18 जुलाई: आज ही के दिन ब्रिटिश संसद में पारित हुआ था भारत की आजादी का विधेयक
18 जुलाई: आज ही के दिन ब्रिटिश संसद में पारित हुआ था भारत की आजादी का विधेयक

By गाँव कनेक्शन

The ‘agraharam’ of Kalpathy, Kerala’s first heritage village
The ‘agraharam’ of Kalpathy, Kerala’s first heritage village

By Pankaja Srinivasan

In Kalpathy, in Palakkad district, there is history to be had at every sit-out that runs in the front of the traditional homes built around the many temples.

In Kalpathy, in Palakkad district, there is history to be had at every sit-out that runs in the front of the traditional homes built around the many temples.

The Gond Warrior Queens, a Hill Fort and its Baoris
The Gond Warrior Queens, a Hill Fort and its Baoris

By Manoj Misra

Ginnorgarh, some 60 kms from Bhopal, was the stronghold of Gonds under Rani Kamlapati, which, after her demise, was occupied by Dost Mohammad, the founder Nawab of Bhopal. The Ginnorgarh fort, now in ruins, is not only picturesque but is also an architectural marvel.

Ginnorgarh, some 60 kms from Bhopal, was the stronghold of Gonds under Rani Kamlapati, which, after her demise, was occupied by Dost Mohammad, the founder Nawab of Bhopal. The Ginnorgarh fort, now in ruins, is not only picturesque but is also an architectural marvel.

Bali Yatra commemorates the rich maritime history of Odisha
Bali Yatra commemorates the rich maritime history of Odisha

By Ashis Senapati

The 10-day long Bali Jatra is considered an integral part of the socio-cultural identity of the eastern state. It also provides an opportunity to the artisans of the state to promote their traditional crafts.

The 10-day long Bali Jatra is considered an integral part of the socio-cultural identity of the eastern state. It also provides an opportunity to the artisans of the state to promote their traditional crafts.

पिछले पांच सालों में महिला आयोग को मिली 10,531 बलात्कार की शिकायतें- स्मृति ईरानी
पिछले पांच सालों में महिला आयोग को मिली 10,531 बलात्कार की शिकायतें- स्मृति ईरानी

By गाँव कनेक्शन

'रणछोड़दास पागी' जिसने दुश्मनों के पैरो के निशान देख कर जंग में जीत दिलाई
'रणछोड़दास पागी' जिसने दुश्मनों के पैरो के निशान देख कर जंग में जीत दिलाई

By Manvendra Singh

अपने हुनर से एक बार 'रणछोड़दास पागी' ने रात के अँधेरे में सिर्फ पैरों के निशान देख कर दुश्मन सैनिकों की लोकेशन बताई और साथ ही ये तक बता दिया की उनकी संख्या कितनी है, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 1200 सैनिकों पर हल्ला बोल दिया।

अपने हुनर से एक बार 'रणछोड़दास पागी' ने रात के अँधेरे में सिर्फ पैरों के निशान देख कर दुश्मन सैनिकों की लोकेशन बताई और साथ ही ये तक बता दिया की उनकी संख्या कितनी है, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 1200 सैनिकों पर हल्ला बोल दिया।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में बड़ी बात है 'लचित बोरफूकन अवार्ड' का मिलना
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में बड़ी बात है 'लचित बोरफूकन अवार्ड' का मिलना

By गाँव कनेक्शन

लचित बोरफुकन भारतीय इतिहास के वो नायक हैं जिन्होंने गुवाहाटी के आगे मुगलों को नहीं आने दिया। बेशक स्कूल की किताबों में इस हीरों का जिक्र न हो, उनके साहस और नेतृत्व की कहानी भारतीय सेना हमेशा याद रखती है, तभी तो नेशनल डिफेन्स अकादमी उनके नाम पर बेस्ट कैडेट को अवार्ड देती है।

लचित बोरफुकन भारतीय इतिहास के वो नायक हैं जिन्होंने गुवाहाटी के आगे मुगलों को नहीं आने दिया। बेशक स्कूल की किताबों में इस हीरों का जिक्र न हो, उनके साहस और नेतृत्व की कहानी भारतीय सेना हमेशा याद रखती है, तभी तो नेशनल डिफेन्स अकादमी उनके नाम पर बेस्ट कैडेट को अवार्ड देती है।

हिंगोट युद्ध क्या है? जिसे खूनी खेल भी कहा जाता है, परंपरागत आयोजन में बरसाए जाते हैं आग के गोले
हिंगोट युद्ध क्या है? जिसे खूनी खेल भी कहा जाता है, परंपरागत आयोजन में बरसाए जाते हैं आग के गोले

By Shyam Dangi

मध्य प्रदेश में दिवाली के दूसरे दिन होने वाला हिंगोट युद्ध (Hingot war) दो गांवों के बीच आग के गोलों से हमलों के लिए जाना जाता है। प्रशासन ने इस बार भी युद्ध के लिए अनुमति नहीं दी है। लेकिन दोनों पक्षों में बारूदी गोले तैयार किए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश में दिवाली के दूसरे दिन होने वाला हिंगोट युद्ध (Hingot war) दो गांवों के बीच आग के गोलों से हमलों के लिए जाना जाता है। प्रशासन ने इस बार भी युद्ध के लिए अनुमति नहीं दी है। लेकिन दोनों पक्षों में बारूदी गोले तैयार किए जा रहे हैं।

तब गेहूं और जौ पर होता था प्रेगनेंसी टेस्ट, लंबा है मां बनने के फैसले से जुड़ी आजादी का इतिहास
तब गेहूं और जौ पर होता था प्रेगनेंसी टेस्ट, लंबा है मां बनने के फैसले से जुड़ी आजादी का इतिहास

By हिमानी दीवान

डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2

डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2

वो तारीख जब पहली बार पता चला था धूम्रपान से होता है फेफड़ों का कैंसर
वो तारीख जब पहली बार पता चला था धूम्रपान से होता है फेफड़ों का कैंसर

By गाँव कनेक्शन

इतिहास के पन्नों में दर्ज बहुत सी घटनाओं का संबंध 27 जून से है। ऐसी ही एक घटना है फेफड़ों के कैंसर के कारण का पता लगाने की। 27 जून को लंदन में पहला एटीएम स्थापित किया गया था।

इतिहास के पन्नों में दर्ज बहुत सी घटनाओं का संबंध 27 जून से है। ऐसी ही एक घटना है फेफड़ों के कैंसर के कारण का पता लगाने की। 27 जून को लंदन में पहला एटीएम स्थापित किया गया था।

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