By गाँव कनेक्शन
By Pankaja Srinivasan
In Kalpathy, in Palakkad district, there is history to be had at every sit-out that runs in the front of the traditional homes built around the many temples.
In Kalpathy, in Palakkad district, there is history to be had at every sit-out that runs in the front of the traditional homes built around the many temples.
By Manoj Misra
Ginnorgarh, some 60 kms from Bhopal, was the stronghold of Gonds under Rani Kamlapati, which, after her demise, was occupied by Dost Mohammad, the founder Nawab of Bhopal. The Ginnorgarh fort, now in ruins, is not only picturesque but is also an architectural marvel.
Ginnorgarh, some 60 kms from Bhopal, was the stronghold of Gonds under Rani Kamlapati, which, after her demise, was occupied by Dost Mohammad, the founder Nawab of Bhopal. The Ginnorgarh fort, now in ruins, is not only picturesque but is also an architectural marvel.
By Ashis Senapati
The 10-day long Bali Jatra is considered an integral part of the socio-cultural identity of the eastern state. It also provides an opportunity to the artisans of the state to promote their traditional crafts.
The 10-day long Bali Jatra is considered an integral part of the socio-cultural identity of the eastern state. It also provides an opportunity to the artisans of the state to promote their traditional crafts.
By गाँव कनेक्शन
By Manvendra Singh
अपने हुनर से एक बार 'रणछोड़दास पागी' ने रात के अँधेरे में सिर्फ पैरों के निशान देख कर दुश्मन सैनिकों की लोकेशन बताई और साथ ही ये तक बता दिया की उनकी संख्या कितनी है, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 1200 सैनिकों पर हल्ला बोल दिया।
अपने हुनर से एक बार 'रणछोड़दास पागी' ने रात के अँधेरे में सिर्फ पैरों के निशान देख कर दुश्मन सैनिकों की लोकेशन बताई और साथ ही ये तक बता दिया की उनकी संख्या कितनी है, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 1200 सैनिकों पर हल्ला बोल दिया।
By गाँव कनेक्शन
लचित बोरफुकन भारतीय इतिहास के वो नायक हैं जिन्होंने गुवाहाटी के आगे मुगलों को नहीं आने दिया। बेशक स्कूल की किताबों में इस हीरों का जिक्र न हो, उनके साहस और नेतृत्व की कहानी भारतीय सेना हमेशा याद रखती है, तभी तो नेशनल डिफेन्स अकादमी उनके नाम पर बेस्ट कैडेट को अवार्ड देती है।
लचित बोरफुकन भारतीय इतिहास के वो नायक हैं जिन्होंने गुवाहाटी के आगे मुगलों को नहीं आने दिया। बेशक स्कूल की किताबों में इस हीरों का जिक्र न हो, उनके साहस और नेतृत्व की कहानी भारतीय सेना हमेशा याद रखती है, तभी तो नेशनल डिफेन्स अकादमी उनके नाम पर बेस्ट कैडेट को अवार्ड देती है।
By Shyam Dangi
मध्य प्रदेश में दिवाली के दूसरे दिन होने वाला हिंगोट युद्ध (Hingot war) दो गांवों के बीच आग के गोलों से हमलों के लिए जाना जाता है। प्रशासन ने इस बार भी युद्ध के लिए अनुमति नहीं दी है। लेकिन दोनों पक्षों में बारूदी गोले तैयार किए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में दिवाली के दूसरे दिन होने वाला हिंगोट युद्ध (Hingot war) दो गांवों के बीच आग के गोलों से हमलों के लिए जाना जाता है। प्रशासन ने इस बार भी युद्ध के लिए अनुमति नहीं दी है। लेकिन दोनों पक्षों में बारूदी गोले तैयार किए जा रहे हैं।
By हिमानी दीवान
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
By गाँव कनेक्शन
इतिहास के पन्नों में दर्ज बहुत सी घटनाओं का संबंध 27 जून से है। ऐसी ही एक घटना है फेफड़ों के कैंसर के कारण का पता लगाने की। 27 जून को लंदन में पहला एटीएम स्थापित किया गया था।
इतिहास के पन्नों में दर्ज बहुत सी घटनाओं का संबंध 27 जून से है। ऐसी ही एक घटना है फेफड़ों के कैंसर के कारण का पता लगाने की। 27 जून को लंदन में पहला एटीएम स्थापित किया गया था।