By India Science Wire
बेंगलूरू स्थित सेंटर फॉर नैनो ऐंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज (सीईएनएस) के वैज्ञानिकों ने सऊदी अरब के सहयोग से तैयार किया एक प्रकार का सेंसर, यह सीवर में उत्पन्न होने वाली जहरीली और ज्वलनशील गैसों का पता लगाने में है सक्षम।
बेंगलूरू स्थित सेंटर फॉर नैनो ऐंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज (सीईएनएस) के वैज्ञानिकों ने सऊदी अरब के सहयोग से तैयार किया एक प्रकार का सेंसर, यह सीवर में उत्पन्न होने वाली जहरीली और ज्वलनशील गैसों का पता लगाने में है सक्षम।
By गाँव कनेक्शन
जलवायु परिवर्तन बारिश और मौसम के पैटर्न को कर रहा है प्रभावित: अगस्त के महीने में सिर्फ 12 दिनों के दौरान भारी बारिश की एक हजार से अधिक घटनाएं हुई हैं। कर्नाटक में तो सिर्फ 24 घंटे में ही सामान्य औसत से 3000 प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई.
जलवायु परिवर्तन बारिश और मौसम के पैटर्न को कर रहा है प्रभावित: अगस्त के महीने में सिर्फ 12 दिनों के दौरान भारी बारिश की एक हजार से अधिक घटनाएं हुई हैं। कर्नाटक में तो सिर्फ 24 घंटे में ही सामान्य औसत से 3000 प्रतिशत अधिक बरसात दर्ज की गई.
By India Science Wire
स्वचालित होने के कारण इसे ट्रेनों के आने और जाने के समयानुसार सफाई के लिए उपयोग किया जा सकता है। इस प्रकार यह बिना किसी बाधा के अपना काम पूरा सकता है।
स्वचालित होने के कारण इसे ट्रेनों के आने और जाने के समयानुसार सफाई के लिए उपयोग किया जा सकता है। इस प्रकार यह बिना किसी बाधा के अपना काम पूरा सकता है।
By गाँव कनेक्शन
ड्राई स्वाब विधि से कम संसाधनों से ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कहीं अधिक सैम्पल्स की जांच की जा सकती है और जांच की संख्या को तत्काल प्रभाव से दोगुने से भी अधिक बढ़ाया जा सकता है।
ड्राई स्वाब विधि से कम संसाधनों से ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कहीं अधिक सैम्पल्स की जांच की जा सकती है और जांच की संख्या को तत्काल प्रभाव से दोगुने से भी अधिक बढ़ाया जा सकता है।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
इस मास्क की एक खासियत यह भी है कि इसे धोकर दोबारा उपयोग किया जा सकता है। दूसरे महंगे मास्कों की तुलना में यह काफी सस्ता है और इसकी लागत 50 रुपये से भी कम आती है।
इस मास्क की एक खासियत यह भी है कि इसे धोकर दोबारा उपयोग किया जा सकता है। दूसरे महंगे मास्कों की तुलना में यह काफी सस्ता है और इसकी लागत 50 रुपये से भी कम आती है।
By गाँव कनेक्शन
शोधकर्ताओं का कहना है कि शीथ ब्लाइट के लिए जिम्मेदार राइजोक्टोनिया सोलानी के तंत्र को समझने और इस रोग को नियंत्रित करने के लिए रणनीति विकसित करने में यह अध्ययन एक अहम कड़ी साबित हो सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि शीथ ब्लाइट के लिए जिम्मेदार राइजोक्टोनिया सोलानी के तंत्र को समझने और इस रोग को नियंत्रित करने के लिए रणनीति विकसित करने में यह अध्ययन एक अहम कड़ी साबित हो सकता है।
By India Science Wire
कोरोना आपदा ने स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को एक नया आयाम दिया है। लोग स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को लेकर केवल संस्थागत रूप से ही निर्भर नहीं रह गए हैं, बल्कि निजी स्तर पर भी सतर्कता और जागरूकता में वृद्धि हुई है।
कोरोना आपदा ने स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को एक नया आयाम दिया है। लोग स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को लेकर केवल संस्थागत रूप से ही निर्भर नहीं रह गए हैं, बल्कि निजी स्तर पर भी सतर्कता और जागरूकता में वृद्धि हुई है।
By गाँव कनेक्शन
Indian researchers have developed a cost-effective hybrid gel-sensor that could potentially be used to detect the elevated levels of spermine in blood and urine
Indian researchers have developed a cost-effective hybrid gel-sensor that could potentially be used to detect the elevated levels of spermine in blood and urine
By गाँव कनेक्शन
Researchers have concluded that direct seeding of wheat into unploughed soil and with rice residues left behind is the best option to deal with crop residue burning problem. The study found that the 'Happy Seeder' based systems are on average 20% more profitable than the most common 'burnt' systems and almost 10% more than the most profitable burning options
Researchers have concluded that direct seeding of wheat into unploughed soil and with rice residues left behind is the best option to deal with crop residue burning problem. The study found that the 'Happy Seeder' based systems are on average 20% more profitable than the most common 'burnt' systems and almost 10% more than the most profitable burning options