By Gaon Connection
अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) के नए मामले सामने आने के बाद फिलीपींस ने स्पेन से सूअर मांस आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है। सरकार ने कहा कि यह कदम घरेलू पशुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है और त्योहारों के दौरान मांस की कमी नहीं होने दी जाएगी। वैश्विक पोर्क बाजार में यह बड़ा झटका है, जबकि भारत में भी ASF का संकट कभी-भी असर दिखा सकता है।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) के नए मामले सामने आने के बाद फिलीपींस ने स्पेन से सूअर मांस आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है। सरकार ने कहा कि यह कदम घरेलू पशुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है और त्योहारों के दौरान मांस की कमी नहीं होने दी जाएगी। वैश्विक पोर्क बाजार में यह बड़ा झटका है, जबकि भारत में भी ASF का संकट कभी-भी असर दिखा सकता है।
By Divendra Singh
देश की एक बड़ी आबादी पशुपालन से जुड़ी है, आए दिन किसी न परेशानी से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में अब उत्तराखंड राज्य में सुअरों में फैल रही अफ्रीकन स्वाइन फीवर के संक्रमण ने पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है।
देश की एक बड़ी आबादी पशुपालन से जुड़ी है, आए दिन किसी न परेशानी से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में अब उत्तराखंड राज्य में सुअरों में फैल रही अफ्रीकन स्वाइन फीवर के संक्रमण ने पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है।
By Divendra Singh
कोरोना संक्रमण में मिजोरम के पशुपालकों के सामने नई मुसीबत आ गई है, मार्च से लेकर अब तक यहां पर अफ्रीकन स्वाइन फीवर से 5000 से ज्यादा सुअरों की मौत हो गई है।
कोरोना संक्रमण में मिजोरम के पशुपालकों के सामने नई मुसीबत आ गई है, मार्च से लेकर अब तक यहां पर अफ्रीकन स्वाइन फीवर से 5000 से ज्यादा सुअरों की मौत हो गई है।
By Divendra Singh
एक बार फिर असम में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से सुअरों की मौत हो रही है, पिछले साल भी यहां पर लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। पशुपालकों का कहना है कोविड-19 की तरह ही अफ्रीकन स्वाइन फीवर की भी दूसरी लहर आ गई है।
एक बार फिर असम में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से सुअरों की मौत हो रही है, पिछले साल भी यहां पर लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। पशुपालकों का कहना है कोविड-19 की तरह ही अफ्रीकन स्वाइन फीवर की भी दूसरी लहर आ गई है।
By Divendra Singh
असम में पिछले साल अफ्रीकन स्वाइन फीवर से हुई सुअरों की मौत से अभी किसान उबर भी नहीं पाए थे कि फिर कई जिलों में सुअरों की मौत होने लगी है। ऐसे में किसानों को डर है कि अगर एक बार फिर पूरे राज्य में संक्रमण फैला तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।
असम में पिछले साल अफ्रीकन स्वाइन फीवर से हुई सुअरों की मौत से अभी किसान उबर भी नहीं पाए थे कि फिर कई जिलों में सुअरों की मौत होने लगी है। ऐसे में किसानों को डर है कि अगर एक बार फिर पूरे राज्य में संक्रमण फैला तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।