By India Science Wire
निकोलसमाइड दवा की कई बार जाँच की जा चुकी है, और इसे विभिन्न स्तरों पर मानवीय उपयोग के लिए सुरक्षित पाया गया है। निकोलसमाइड एक जेनेरिक और सस्ती दवा है, जो भारत में आसानी से उपलब्ध है।
निकोलसमाइड दवा की कई बार जाँच की जा चुकी है, और इसे विभिन्न स्तरों पर मानवीय उपयोग के लिए सुरक्षित पाया गया है। निकोलसमाइड एक जेनेरिक और सस्ती दवा है, जो भारत में आसानी से उपलब्ध है।
By India Science Wire
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मोनोकुलर ब्लाइंडनेस (एक आँख का अंधापन) का एक बड़ा कारण फंगल केराटॉसिस को माना जाता है। यह बीमारी विकासशील देशों में अधिक देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित जर्नल लैंसेट में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार दक्षिण एशिया में प्रति एक लाख ऐसे मामलों में 50% से अधिक मामले भारत में दर्ज किए जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मोनोकुलर ब्लाइंडनेस (एक आँख का अंधापन) का एक बड़ा कारण फंगल केराटॉसिस को माना जाता है। यह बीमारी विकासशील देशों में अधिक देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित जर्नल लैंसेट में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार दक्षिण एशिया में प्रति एक लाख ऐसे मामलों में 50% से अधिक मामले भारत में दर्ज किए जाते हैं।
By गाँव कनेक्शन
पुतिन ने कहा- दुनिया की पहली कोविड वैक्सीन हो गई है रजिस्टर्ड, रूस करेगा बड़े पैमाने पर उत्पादन, बाकी देशों को भी करेगा आपूर्ति
पुतिन ने कहा- दुनिया की पहली कोविड वैक्सीन हो गई है रजिस्टर्ड, रूस करेगा बड़े पैमाने पर उत्पादन, बाकी देशों को भी करेगा आपूर्ति
By गाँव कनेक्शन
भारत में परीक्षणों से गुजरने वाला अपनी तरह का पहला नेजल कोविड -19 वैक्सीन है। पहले चरण का क्लीनिकल परीक्षण 18 से 60 वर्ष के आयु समूहों में पूरा किया गया है।
भारत में परीक्षणों से गुजरने वाला अपनी तरह का पहला नेजल कोविड -19 वैक्सीन है। पहले चरण का क्लीनिकल परीक्षण 18 से 60 वर्ष के आयु समूहों में पूरा किया गया है।
By गाँव कनेक्शन
सीएसआईआर को लैक्साई लाइफ साइंसेज के साथ साझेदारी में कोविड-19 रोगियों पर कोल्चिसिन दवा का क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिली।
सीएसआईआर को लैक्साई लाइफ साइंसेज के साथ साझेदारी में कोविड-19 रोगियों पर कोल्चिसिन दवा का क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिली।