By Sumit Yadav
पुरुष प्रधान कार्य के रूप में देखे जाने वाले अंतिम संस्कार जैसे काम को उन्नाव में गंगा के घाट पर सुषमा पिछले 20 वर्षों से कर रही हैं। पति की मौत के बाद उन्हें ये काम 2 बच्चों को पालने के लिए शुरु करना पड़ा था। कोरोना की दूसरी लहर में उनका ज्यादातर समय घाट पर बीत रहा है
पुरुष प्रधान कार्य के रूप में देखे जाने वाले अंतिम संस्कार जैसे काम को उन्नाव में गंगा के घाट पर सुषमा पिछले 20 वर्षों से कर रही हैं। पति की मौत के बाद उन्हें ये काम 2 बच्चों को पालने के लिए शुरु करना पड़ा था। कोरोना की दूसरी लहर में उनका ज्यादातर समय घाट पर बीत रहा है
By गाँव कनेक्शन
Today, Children’s Day is also the birth anniversary of Padma Shri Sindhutai Sapkal who dedicated her entire life to taking care of orphaned children.
Today, Children’s Day is also the birth anniversary of Padma Shri Sindhutai Sapkal who dedicated her entire life to taking care of orphaned children.