By Shivani Gupta
Farmers in Bahraich district of Uttar Pradesh who routinely lose crops to either floods or stray cattle are now taking up fish farming and poultry activities to supplement their income. An acre of fish pond can help earn Rs five lakh per annum.
Farmers in Bahraich district of Uttar Pradesh who routinely lose crops to either floods or stray cattle are now taking up fish farming and poultry activities to supplement their income. An acre of fish pond can help earn Rs five lakh per annum.
By Gaon Connection
Trout farming is turning out to be a sound business venture in Kashmir Valley where 25% of these fish farms are owned by women, many of whom are in their 20s.
Trout farming is turning out to be a sound business venture in Kashmir Valley where 25% of these fish farms are owned by women, many of whom are in their 20s.
By Mudassir Kuloo
Trout farming is turning out to be a sound business venture in Kashmir Valley where 25% of these fish farms are owned by women, many of whom are in their 20s.
Trout farming is turning out to be a sound business venture in Kashmir Valley where 25% of these fish farms are owned by women, many of whom are in their 20s.
By Diti Bajpai
By Gaon Connection
अतिरिक्त आमदनी के लिए मछली पालन अच्छा व्यवसाय है, लेकिन इसके लिए जरूरी है मछलियों को पोषण के लिए अच्छा और पर्याप्त चारा दिया जाए। मछली पालकों की कुल लागत का 70 से 90 फीसदी, मछलियों को खिलाने में खर्च होता है, लेकिन अगर सही तरीके से खुद से आहार तैयार कर मछलियों को दिया जाए तो मछलियों को पौष्टिक आहार मिलेगा और लागत में भी कमी आएगी।
अतिरिक्त आमदनी के लिए मछली पालन अच्छा व्यवसाय है, लेकिन इसके लिए जरूरी है मछलियों को पोषण के लिए अच्छा और पर्याप्त चारा दिया जाए। मछली पालकों की कुल लागत का 70 से 90 फीसदी, मछलियों को खिलाने में खर्च होता है, लेकिन अगर सही तरीके से खुद से आहार तैयार कर मछलियों को दिया जाए तो मछलियों को पौष्टिक आहार मिलेगा और लागत में भी कमी आएगी।
By गाँव कनेक्शन
अतिरिक्त आमदनी के लिए मछली पालन अच्छा व्यवसाय है, लेकिन इसके लिए जरूरी है मछलियों को पोषण के लिए अच्छा और पर्याप्त चारा दिया जाए। मछली पालकों की कुल लागत का 70 से 90 फीसदी, मछलियों को खिलाने में खर्च होता है, लेकिन अगर सही तरीके से खुद से आहार तैयार कर मछलियों को दिया जाए तो मछलियों को पौष्टिक आहार मिलेगा और लागत में भी कमी आएगी।
अतिरिक्त आमदनी के लिए मछली पालन अच्छा व्यवसाय है, लेकिन इसके लिए जरूरी है मछलियों को पोषण के लिए अच्छा और पर्याप्त चारा दिया जाए। मछली पालकों की कुल लागत का 70 से 90 फीसदी, मछलियों को खिलाने में खर्च होता है, लेकिन अगर सही तरीके से खुद से आहार तैयार कर मछलियों को दिया जाए तो मछलियों को पौष्टिक आहार मिलेगा और लागत में भी कमी आएगी।
By गाँव कनेक्शन
पिछले कुछ वर्षों में सजावटी मछलियों का चलन तेजी से बढ़ा है, जिसके साथ व्यवसाय भी बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी दूसरे प्रदेशों से मछलियां मंगानी पड़ती है, ऐसे में केंद्र व प्रदेश सरकार मछली पालन की कई योजनाएं चला रही हैं।
पिछले कुछ वर्षों में सजावटी मछलियों का चलन तेजी से बढ़ा है, जिसके साथ व्यवसाय भी बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी दूसरे प्रदेशों से मछलियां मंगानी पड़ती है, ऐसे में केंद्र व प्रदेश सरकार मछली पालन की कई योजनाएं चला रही हैं।
By Diti Bajpai
By Ankit Kumar Singh
पिछले कुछ साल मे पंगेसियस मछली का बाजार बढ़ा है, इसकी सबसे खास बात होती है ये जल्दी तैयार भी हो जाती है।
पिछले कुछ साल मे पंगेसियस मछली का बाजार बढ़ा है, इसकी सबसे खास बात होती है ये जल्दी तैयार भी हो जाती है।
By Diti Bajpai