By Mudassir Kuloo
In his courtyard in Srinagar, Ashiq Hussain grows spinach, collard greens, coriander, mint, and other vegetables, most of which are ready for harvest in 45 days. Hydroponics, or soilless farming, is picking up in the Valley.
In his courtyard in Srinagar, Ashiq Hussain grows spinach, collard greens, coriander, mint, and other vegetables, most of which are ready for harvest in 45 days. Hydroponics, or soilless farming, is picking up in the Valley.
By Gaon Connection
In his courtyard in Srinagar, Ashiq Hussain grows spinach, collard greens, coriander, mint, and other vegetables, most of which are ready for harvest in 45 days. Hydroponics, or soilless farming, is picking up in the Valley.
In his courtyard in Srinagar, Ashiq Hussain grows spinach, collard greens, coriander, mint, and other vegetables, most of which are ready for harvest in 45 days. Hydroponics, or soilless farming, is picking up in the Valley.
By गाँव कनेक्शन
दुनिया में हर रोज कृषि से जुड़ी नई-नई तकनीकें सामने आ रही हैं। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, कृषि उद्योग भी कम जगह में भोजन उगाने और पानी की बचत करने की नई तकनीकें विकसित कर रहा है। हाइड्रोपोनिक ग्रोइंग सिस्टम इसी दिशा में बड़ा कदम है।
दुनिया में हर रोज कृषि से जुड़ी नई-नई तकनीकें सामने आ रही हैं। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, कृषि उद्योग भी कम जगह में भोजन उगाने और पानी की बचत करने की नई तकनीकें विकसित कर रहा है। हाइड्रोपोनिक ग्रोइंग सिस्टम इसी दिशा में बड़ा कदम है।
By Mudassir Kuloo
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
By Gaon Connection
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
By Gaon Connection
दुनिया में हर रोज कृषि से जुड़ी नई-नई तकनीकें सामने आ रही हैं। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, कृषि उद्योग भी कम जगह में भोजन उगाने और पानी की बचत करने की नई तकनीकें विकसित कर रहा है। हाइड्रोपोनिक ग्रोइंग सिस्टम इसी दिशा में बड़ा कदम है।
दुनिया में हर रोज कृषि से जुड़ी नई-नई तकनीकें सामने आ रही हैं। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, कृषि उद्योग भी कम जगह में भोजन उगाने और पानी की बचत करने की नई तकनीकें विकसित कर रहा है। हाइड्रोपोनिक ग्रोइंग सिस्टम इसी दिशा में बड़ा कदम है।
By गाँव कनेक्शन
हम लोगों को अब तक यही बताया गया है कि पौधे को हवा, पानी और मिट्टी चाहिए जिससे इन पौधों का विकास होता है। लेकिन आजकल एक अनोखी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, जिसका नाम हाइड्रोपोनिक्स यानी जलकृषि है।
हम लोगों को अब तक यही बताया गया है कि पौधे को हवा, पानी और मिट्टी चाहिए जिससे इन पौधों का विकास होता है। लेकिन आजकल एक अनोखी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, जिसका नाम हाइड्रोपोनिक्स यानी जलकृषि है।
By Mod Arif
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
By Gaon Connection
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
By Pushpendra Vaidya