By गाँव कनेक्शन
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल की अखिल भारतीय समन्वित गेहूं व जौ अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत, गेहूं की जैव संवर्धित किस्में विकसित करने की शुरुआत की गई है, जोकि पारम्परिक किस्मों की तुलना में अधिक पौष्टिक हैं। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक इस लेख के जरिए गेहूं की कुछ ऐसी किस्मों की खासियतों के बारे में बता रहे हैं।
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल की अखिल भारतीय समन्वित गेहूं व जौ अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत, गेहूं की जैव संवर्धित किस्में विकसित करने की शुरुआत की गई है, जोकि पारम्परिक किस्मों की तुलना में अधिक पौष्टिक हैं। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक इस लेख के जरिए गेहूं की कुछ ऐसी किस्मों की खासियतों के बारे में बता रहे हैं।
By Gaon Connection
आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर ने गेहूँ की तीन नई किस्में विकसित की हैं जो न केवल बढ़िया उत्पादन देंगी, बल्कि रतुआ जैसी कई बीमारियों के प्रतिरोधी भी हैं।
आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर ने गेहूँ की तीन नई किस्में विकसित की हैं जो न केवल बढ़िया उत्पादन देंगी, बल्कि रतुआ जैसी कई बीमारियों के प्रतिरोधी भी हैं।
By Divendra Singh
आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर ने गेहूँ की तीन नई किस्में विकसित की हैं जो न केवल बढ़िया उत्पादन देंगी, बल्कि रतुआ जैसी कई बीमारियों के प्रतिरोधी भी हैं।
आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर ने गेहूँ की तीन नई किस्में विकसित की हैं जो न केवल बढ़िया उत्पादन देंगी, बल्कि रतुआ जैसी कई बीमारियों के प्रतिरोधी भी हैं।
By Divendra Singh
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के बीज पोर्टल पर गेहू्ं के बीजों की बुकिंग शुरू हो गई है, पढ़िए किसान कैसे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और बुकिंग की क्या नियम और शर्ते हैं।
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के बीज पोर्टल पर गेहू्ं के बीजों की बुकिंग शुरू हो गई है, पढ़िए किसान कैसे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और बुकिंग की क्या नियम और शर्ते हैं।
By Divendra Singh
जलवायु परिवर्तन से बढ़ते तापमान से निपटने की तैयारी में वैज्ञानिक लगे हैं, वैज्ञानिक गेहूं की ऐसी किस्में विकसित कर रहे हैं जिससे तापमान बढ़ने पर भी बेहतर उत्पादन मिलता रहे।
जलवायु परिवर्तन से बढ़ते तापमान से निपटने की तैयारी में वैज्ञानिक लगे हैं, वैज्ञानिक गेहूं की ऐसी किस्में विकसित कर रहे हैं जिससे तापमान बढ़ने पर भी बेहतर उत्पादन मिलता रहे।
By Divendra Singh
By Gaon Connection
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
By Sarah Khan
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
By Gaon Connection
गन्ना, धान और गेहूं जैसी फसलों की खेती करने वाले किसान अनिल कंबोज ने जब पहली बार ऑस्ट्रेलिया में पॉलीहाउस में खेती देखी तो उन्हें यकीन नहीं था कि इसमें भी खेती की जा सकती है। लेकिन आज वही अनिल शिमला मिर्च, खीरा और जरबेरा के फूलों की खेती से प्रति एकड़ पांच लाख तक की कमाई कर रहे हैं।
गन्ना, धान और गेहूं जैसी फसलों की खेती करने वाले किसान अनिल कंबोज ने जब पहली बार ऑस्ट्रेलिया में पॉलीहाउस में खेती देखी तो उन्हें यकीन नहीं था कि इसमें भी खेती की जा सकती है। लेकिन आज वही अनिल शिमला मिर्च, खीरा और जरबेरा के फूलों की खेती से प्रति एकड़ पांच लाख तक की कमाई कर रहे हैं।
By Sarah Khan
गन्ना, धान और गेहूं जैसी फसलों की खेती करने वाले किसान अनिल कंबोज ने जब पहली बार ऑस्ट्रेलिया में पॉलीहाउस में खेती देखी तो उन्हें यकीन नहीं था कि इसमें भी खेती की जा सकती है। लेकिन आज वही अनिल शिमला मिर्च, खीरा और जरबेरा के फूलों की खेती से प्रति एकड़ पांच लाख तक की कमाई कर रहे हैं।
गन्ना, धान और गेहूं जैसी फसलों की खेती करने वाले किसान अनिल कंबोज ने जब पहली बार ऑस्ट्रेलिया में पॉलीहाउस में खेती देखी तो उन्हें यकीन नहीं था कि इसमें भी खेती की जा सकती है। लेकिन आज वही अनिल शिमला मिर्च, खीरा और जरबेरा के फूलों की खेती से प्रति एकड़ पांच लाख तक की कमाई कर रहे हैं।