By Mohit Asthana
जिन छात्रों के परिवार की सालाना आय पांच लाख रुपये तक है, उनसे 33,333 रुपये ट्यूशन फीस ली जाएगी। इसके अलावा सालाना छह लाख रुपये तक की आय वाले एससी/एसटी छात्रों से हॉस्टल फीस भी नहीं ली जाएगी।
जिन छात्रों के परिवार की सालाना आय पांच लाख रुपये तक है, उनसे 33,333 रुपये ट्यूशन फीस ली जाएगी। इसके अलावा सालाना छह लाख रुपये तक की आय वाले एससी/एसटी छात्रों से हॉस्टल फीस भी नहीं ली जाएगी।
By Seema Javed
IIT बॉम्बे और जर्मनी की यूनिवर्सिटी की एक नई स्टडी ने खुलासा किया है कि इन दो महीनों की हीटवेव अलग-अलग कारणों से पैदा हुईं, लेकिन मिलकर उन्होंने भारत और दक्षिण एशिया को झुलसा दिया। एक तरफ ऊपरी वायुमंडल की हलचल, दूसरी तरफ ज़मीन की सूखी हालत — जानिए कैसे इन दोनों ने मिलकर हीटवेव को और ज़्यादा ख़तरनाक बना दिया।
IIT बॉम्बे और जर्मनी की यूनिवर्सिटी की एक नई स्टडी ने खुलासा किया है कि इन दो महीनों की हीटवेव अलग-अलग कारणों से पैदा हुईं, लेकिन मिलकर उन्होंने भारत और दक्षिण एशिया को झुलसा दिया। एक तरफ ऊपरी वायुमंडल की हलचल, दूसरी तरफ ज़मीन की सूखी हालत — जानिए कैसे इन दोनों ने मिलकर हीटवेव को और ज़्यादा ख़तरनाक बना दिया।
By India Science Wire
यह प्रयोगशाला उन उपकरणों और सर्किटों के विद्युत प्रदर्शन को मापने में सक्षम बनाएगी, जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है, जैसे कि मोबाइल फोन, अंतरिक्ष उपग्रह और क्वांटम कंप्यूटर।
यह प्रयोगशाला उन उपकरणों और सर्किटों के विद्युत प्रदर्शन को मापने में सक्षम बनाएगी, जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है, जैसे कि मोबाइल फोन, अंतरिक्ष उपग्रह और क्वांटम कंप्यूटर।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
एक समय के बाद मोबाइल कंम्यूटर, लैपटॉप जैसे उपकरण बेकार हो जाते हैं, जो किसी काम के नहीं रहते और वो बस कचरा बनकर रह जाते हैं, जिनसे निपटना एक मुश्किल काम है, लेकिन आईआईटी, मद्रास एक ऐसा ऑनलाइट प्लेटफार्म बना रहा है, जिससे इलेक्ट्रानिक कचरे यानि ई-कचरे से निपटने में आसानी होगी।
एक समय के बाद मोबाइल कंम्यूटर, लैपटॉप जैसे उपकरण बेकार हो जाते हैं, जो किसी काम के नहीं रहते और वो बस कचरा बनकर रह जाते हैं, जिनसे निपटना एक मुश्किल काम है, लेकिन आईआईटी, मद्रास एक ऐसा ऑनलाइट प्लेटफार्म बना रहा है, जिससे इलेक्ट्रानिक कचरे यानि ई-कचरे से निपटने में आसानी होगी।
By India Science Wire
आईआईटी मद्रास के शोधकर्ताओं ने 3डी पेपर के उपयोग से यह एक पोर्टेबल उपकरण बनाया है, जो महज 30 सेकंड के भीतर दूध में मिलावट का पता लगा सकता है।
आईआईटी मद्रास के शोधकर्ताओं ने 3डी पेपर के उपयोग से यह एक पोर्टेबल उपकरण बनाया है, जो महज 30 सेकंड के भीतर दूध में मिलावट का पता लगा सकता है।
By गाँव कनेक्शन
यह तकनीक दूसरे तरीकों से इस्तेमाल किए जाने वाले उर्वरकों में से 30 फीसदी तक कम करने में सफल होगी, इससे खेती की लागत में भी कमी आएगी।
यह तकनीक दूसरे तरीकों से इस्तेमाल किए जाने वाले उर्वरकों में से 30 फीसदी तक कम करने में सफल होगी, इससे खेती की लागत में भी कमी आएगी।
By India Science Wire
यह मॉडल सड़कों पर उन संवेदनशील स्थानों की पहचान करने में मदद कर सकता है, जिन्हें राजमार्गों पर भारी वर्षा के कारण होने वाले रुकावटों को रोकने के लिए संरक्षित करने की आवश्यकता होती है।
यह मॉडल सड़कों पर उन संवेदनशील स्थानों की पहचान करने में मदद कर सकता है, जिन्हें राजमार्गों पर भारी वर्षा के कारण होने वाले रुकावटों को रोकने के लिए संरक्षित करने की आवश्यकता होती है।
By India Science Wire
शोधार्थियों ने अपने इस प्रयोग को व्यापक स्तर पर परखा भी है। उन्होंने 10,000 से अधिक बार इसमें चार्जिंग-डिस्चार्जिंग करके उसकी गहन पड़ताल की है, जिसमें प्रदर्शन में मामूली उतार-चढ़ाव ही देखने को मिला।
शोधार्थियों ने अपने इस प्रयोग को व्यापक स्तर पर परखा भी है। उन्होंने 10,000 से अधिक बार इसमें चार्जिंग-डिस्चार्जिंग करके उसकी गहन पड़ताल की है, जिसमें प्रदर्शन में मामूली उतार-चढ़ाव ही देखने को मिला।
By India Science Wire
विभिन्न उपचार विधियों के बाद फ्रैक्चर रिकवरी की प्रक्रिया को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने परिमित तत्व विश्लेषण, एआई टूल और फ़ज़ी लॉजिक के संयोजन का उपयोग किया है।
विभिन्न उपचार विधियों के बाद फ्रैक्चर रिकवरी की प्रक्रिया को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने परिमित तत्व विश्लेषण, एआई टूल और फ़ज़ी लॉजिक के संयोजन का उपयोग किया है।