By गाँव कनेक्शन
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग 494 पदों पर भर्ती कर रहा है। अलग -अलग विभाग और पदों पर आवेदन करने का बेहतरीन मौका है। बस आपको योग्यता के मुताबिक स्नातक और सही उम्र का होना चाहिए।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग 494 पदों पर भर्ती कर रहा है। अलग -अलग विभाग और पदों पर आवेदन करने का बेहतरीन मौका है। बस आपको योग्यता के मुताबिक स्नातक और सही उम्र का होना चाहिए।
By Manoj Choudhary
पश्चिम सिंहभूम के वनग्राम कादोडीह तक पहुँचने के लिए न तो सड़क है और न ही पीने का साफ़ पानी। यहाँ के लोग पानी के लिए चुआ पर आश्रित हैं।
पश्चिम सिंहभूम के वनग्राम कादोडीह तक पहुँचने के लिए न तो सड़क है और न ही पीने का साफ़ पानी। यहाँ के लोग पानी के लिए चुआ पर आश्रित हैं।
By Manoj Choudhary
सालों तक काम की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह पर भटकने के बाद, झारखंड के लोहरदगा जिले की महिलाएं अब खेती और पशुपालन जैसे काम करके सशक्त बन रही हैं। अब वो घर पर रहकर ही कमाई कर रही हैं।
सालों तक काम की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह पर भटकने के बाद, झारखंड के लोहरदगा जिले की महिलाएं अब खेती और पशुपालन जैसे काम करके सशक्त बन रही हैं। अब वो घर पर रहकर ही कमाई कर रही हैं।
By Amit Pandey
सितंबर महीनों को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और झारखंड के गोड्डा जिले में महिलाएं एनीमिया और कुपोषण से लड़ने के लिए किचन गार्डेन शुरू करके और लोहे की कड़ाही में खाना बनाकर बदलाव ला रही हैं।
सितंबर महीनों को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और झारखंड के गोड्डा जिले में महिलाएं एनीमिया और कुपोषण से लड़ने के लिए किचन गार्डेन शुरू करके और लोहे की कड़ाही में खाना बनाकर बदलाव ला रही हैं।
By Anand Dutta
बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (बीएयू) के अलावा राज्य में कुल नौ कॉलेज हैं जहां कृषि से संबंधित पढ़ाई होती है। साल 1989 से कोई वैकेंसी नहीं आई है। इस लिहाज से देखें तो 2019 के सत्र तक कुल 2770 छात्र पढ़कर निकल चुके हैं, लेकिन राज्य में उनके लिए रोजगार के कोई अवसर नहीं हैं।
बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (बीएयू) के अलावा राज्य में कुल नौ कॉलेज हैं जहां कृषि से संबंधित पढ़ाई होती है। साल 1989 से कोई वैकेंसी नहीं आई है। इस लिहाज से देखें तो 2019 के सत्र तक कुल 2770 छात्र पढ़कर निकल चुके हैं, लेकिन राज्य में उनके लिए रोजगार के कोई अवसर नहीं हैं।
By Nidhi Jamwal
Once rulers, Paharia tribe in Jharkhand is now highly vulnerable and struggling poverty, malnutrition and human trafficking.
Once rulers, Paharia tribe in Jharkhand is now highly vulnerable and struggling poverty, malnutrition and human trafficking.