By Neetu Singh
देशव्यापी लॉकडाउन में लाखों किशोरियों और महिलाओं को सेनेटरी पैड न मिलने से इनकी मुश्किलें बढ़ी हैं। लॉकडाउन में जरूरत के सामान की दुकानें तो खुली हैं लेकिन सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों की दुकानों पर सेनेटरी पैड खत्म हो चुके हैं। इन मुश्किल हालातों में लड़कियों की मदद के लिए कुछ 'कोरोना वारियर्स" आगे आये हैं जो लड़कियों के एक फोन कॉल पर उनके घर तक सेनेटरी पैड पहुंचा रहे हैं।
देशव्यापी लॉकडाउन में लाखों किशोरियों और महिलाओं को सेनेटरी पैड न मिलने से इनकी मुश्किलें बढ़ी हैं। लॉकडाउन में जरूरत के सामान की दुकानें तो खुली हैं लेकिन सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों की दुकानों पर सेनेटरी पैड खत्म हो चुके हैं। इन मुश्किल हालातों में लड़कियों की मदद के लिए कुछ 'कोरोना वारियर्स" आगे आये हैं जो लड़कियों के एक फोन कॉल पर उनके घर तक सेनेटरी पैड पहुंचा रहे हैं।
By Divendra Singh
By Arvind Shukla
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से रोज कमाकर खाने वालों के सामने दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है। खासकर रिक्शा चलाने और दिहाड़ी मजदूर जो वापस गांवों को नहीं जा सके, उनके सामने पेट पालने का संकट है।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से रोज कमाकर खाने वालों के सामने दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है। खासकर रिक्शा चलाने और दिहाड़ी मजदूर जो वापस गांवों को नहीं जा सके, उनके सामने पेट पालने का संकट है।
By Piyush Kant Pradhan
ट्रेन और बसों में मांगकर, शादी-विवाह जैसे कार्यक्रमों में नाच गाकर अपना घर चलाने वाले ट्रांसजेंडर समुदाय के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है। गाँव कनेक्शन ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, जम्मु-कश्मीर और पश्चिम बंगाल के ट्रांसजेंडर समुदाय से उनकी समस्याओं के बारे में बात की।
ट्रेन और बसों में मांगकर, शादी-विवाह जैसे कार्यक्रमों में नाच गाकर अपना घर चलाने वाले ट्रांसजेंडर समुदाय के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है। गाँव कनेक्शन ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, जम्मु-कश्मीर और पश्चिम बंगाल के ट्रांसजेंडर समुदाय से उनकी समस्याओं के बारे में बात की।