By Gaon Connection
बेमौसम बारिश, फसलों को हुए बड़े नुकसान और खरीफ कीमतों में भारी गिरावट ने किसानों की आय को बुरी तरह झटका दिया है। एलारा सिक्योरिटीज की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि कई राज्यों में आय महामारी के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है।
बेमौसम बारिश, फसलों को हुए बड़े नुकसान और खरीफ कीमतों में भारी गिरावट ने किसानों की आय को बुरी तरह झटका दिया है। एलारा सिक्योरिटीज की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि कई राज्यों में आय महामारी के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है।
By गाँव कनेक्शन
मुर्गी पालन क्षेत्र में मक्का की बढ़ती मांग से भारतीय मक्का क्षेत्र को फायदा होने की संभावना है। घरेलू स्तर पर मक्का की मांग इसके उत्पादन के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रही है।
मुर्गी पालन क्षेत्र में मक्का की बढ़ती मांग से भारतीय मक्का क्षेत्र को फायदा होने की संभावना है। घरेलू स्तर पर मक्का की मांग इसके उत्पादन के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रही है।
By Divendra Singh
मक्का की खेती करने वाले किसानों को पिछले कई साल से फॉल आर्मीवर्म की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ज्यादातर प्रदेशों में मक्का की फसल में इसे देखा जा सकता है, इसके प्रकोप से इस बार मक्का की खेती का रकबा भी कम हो गया है।
मक्का की खेती करने वाले किसानों को पिछले कई साल से फॉल आर्मीवर्म की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ज्यादातर प्रदेशों में मक्का की फसल में इसे देखा जा सकता है, इसके प्रकोप से इस बार मक्का की खेती का रकबा भी कम हो गया है।
By गाँव कनेक्शन
फॉल आर्मी वर्म सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है। यही नहीं यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है। वैज्ञानिकों ने इससे निपटने का आसान तरीका खोज लिया है।
फॉल आर्मी वर्म सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है। यही नहीं यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है। वैज्ञानिकों ने इससे निपटने का आसान तरीका खोज लिया है।
By गाँव कनेक्शन
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
By Gaon Connection
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
By गाँव कनेक्शन
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
यह कीट सबसे पहले पौधे की नई पत्तियों पर हमला करता है, इसके बाद पत्तियाँ ऐसी दिखाई देती हैं जैसे उन्हें कैंची से काटा गया हो। यह कीट एक बार में 900-1000 अंडे दे सकता है।
By Divendra Singh
Since the past few months, the Fall Armyworm pest has been sighted in many states of the country affecting the corn crop. If not identified and controlled in time, this pest shall cause immense harm in the future
Since the past few months, the Fall Armyworm pest has been sighted in many states of the country affecting the corn crop. If not identified and controlled in time, this pest shall cause immense harm in the future
By गाँव कनेक्शन
Researchers have concluded that direct seeding of wheat into unploughed soil and with rice residues left behind is the best option to deal with crop residue burning problem. The study found that the 'Happy Seeder' based systems are on average 20% more profitable than the most common 'burnt' systems and almost 10% more than the most profitable burning options
Researchers have concluded that direct seeding of wheat into unploughed soil and with rice residues left behind is the best option to deal with crop residue burning problem. The study found that the 'Happy Seeder' based systems are on average 20% more profitable than the most common 'burnt' systems and almost 10% more than the most profitable burning options
By Pawan Kumar
At a time they are usually scrambling from floods, Bihar’s farmers are facing a drought. Urban India can probably not comprehend the annual crises for the farmer in Bihar, now normalised in India’s monsoon headlines.
At a time they are usually scrambling from floods, Bihar’s farmers are facing a drought. Urban India can probably not comprehend the annual crises for the farmer in Bihar, now normalised in India’s monsoon headlines.