By Gaon Connection
Andhra Pradesh’s community managed natural farming project is a gamechanger that covers 850,000 farmers who grow multiple crops on small landholdings without using any chemical fertilisers or pesticides.
Andhra Pradesh’s community managed natural farming project is a gamechanger that covers 850,000 farmers who grow multiple crops on small landholdings without using any chemical fertilisers or pesticides.
By Gaon Connection
आंध्र प्रदेश में सामुदायिक स्तर पर की जाने वाली प्राकृतिक खेती एक गेम चेंजर साबित हुई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े 850,000 किसान बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों का इस्तेमाल किए ज़मीन के छोटे से टुकड़े पर भी कई फसलें उगा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश में सामुदायिक स्तर पर की जाने वाली प्राकृतिक खेती एक गेम चेंजर साबित हुई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े 850,000 किसान बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों का इस्तेमाल किए ज़मीन के छोटे से टुकड़े पर भी कई फसलें उगा रहे हैं।
By Ravleen Kaur
आंध्र प्रदेश में सामुदायिक स्तर पर की जाने वाली प्राकृतिक खेती एक गेम चेंजर साबित हुई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े 850,000 किसान बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों का इस्तेमाल किए ज़मीन के छोटे से टुकड़े पर भी कई फसलें उगा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश में सामुदायिक स्तर पर की जाने वाली प्राकृतिक खेती एक गेम चेंजर साबित हुई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े 850,000 किसान बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशकों का इस्तेमाल किए ज़मीन के छोटे से टुकड़े पर भी कई फसलें उगा रहे हैं।
By Ravleen Kaur
Andhra Pradesh’s community managed natural farming project is a gamechanger that covers 850,000 farmers who grow multiple crops on small landholdings without using any chemical fertilisers or pesticides.
Andhra Pradesh’s community managed natural farming project is a gamechanger that covers 850,000 farmers who grow multiple crops on small landholdings without using any chemical fertilisers or pesticides.
By गाँव कनेक्शन
किसानों को जीरो बजट पर प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करने के लिए गुजरात के आणंद में आयोजित कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राकृतिक खेती पर बात करेंगे।
किसानों को जीरो बजट पर प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करने के लिए गुजरात के आणंद में आयोजित कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राकृतिक खेती पर बात करेंगे।