By Gaon Connection
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
By Sarah Khan
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
Anil Kamboj is an organic farmer who used to grow multiple vegetables like mustard, sunflower, cauliflower, and bell-pepper on his farmland. A visit to Australia changed his life as he learnt about polyhouse farming. Now he cultivates flowers, bell-pepper and cauliflower in his hi-tech polyhouse and earns great profits.
By Divendra Singh
पोर्टेबल पॉली हाउस को जरूरत के अनुसार आसानी से एक खेत से दूसरे खेत में लगा सकते हैं। इसे खास करके ऊंची पहाड़ियों के लिए विकसित किया गया है, जहां पर छोटे-छोटे खेत होते हैं।
पोर्टेबल पॉली हाउस को जरूरत के अनुसार आसानी से एक खेत से दूसरे खेत में लगा सकते हैं। इसे खास करके ऊंची पहाड़ियों के लिए विकसित किया गया है, जहां पर छोटे-छोटे खेत होते हैं।
By Pintu Lal Meena
ग्रीनहाउस और शेडनेट हाउस को बढ़ावा देने के लिए सरकार 70 प्रतिशत तक का अनुदान दे रही है, पढ़िए किस तरह से इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
ग्रीनहाउस और शेडनेट हाउस को बढ़ावा देने के लिए सरकार 70 प्रतिशत तक का अनुदान दे रही है, पढ़िए किस तरह से इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
By vineet bajpai
By Divendra Singh
By गाँव कनेक्शन
अभी तक आपने पॉलीहाउस के बारे में सुना होगा, जिसे बनाने में लाखों रुपए खर्च होते हैं। लेकिन अगर आपसे ये कहा जाए कि आप कम लागत में नेचुरल ग्रीन हाउस बना सकते हैं, तो शायद यक़ीन करना मुश्किल होगा। कैसे मुमकिन है इसे तैयार करना इसी से जुड़ी है ये रिपोर्ट।
अभी तक आपने पॉलीहाउस के बारे में सुना होगा, जिसे बनाने में लाखों रुपए खर्च होते हैं। लेकिन अगर आपसे ये कहा जाए कि आप कम लागत में नेचुरल ग्रीन हाउस बना सकते हैं, तो शायद यक़ीन करना मुश्किल होगा। कैसे मुमकिन है इसे तैयार करना इसी से जुड़ी है ये रिपोर्ट।
By Gaon Connection
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
By Mod Arif
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
कई बार युवा खेती से इसलिए भी भागते हैं, क्योंकि खेती के परंपरागत तरीकों से उन्हें मुनाफा तो दूर, लागत भी नहीं निकाल पाते हैं; लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया और अच्छी कमाई कर रहे हैं।
By Divendra Singh
सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित रिट्रैक्टेबल रूफ पॉलीहाउस से किसान पॉलीहाउस में मौसमी और गैर-मौसम वाली दोनों ही तरह की फसलों की खेती कर सकते हैं।
सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित रिट्रैक्टेबल रूफ पॉलीहाउस से किसान पॉलीहाउस में मौसमी और गैर-मौसम वाली दोनों ही तरह की फसलों की खेती कर सकते हैं।