By Rajesh Khandelwal
राजस्थान में हर तीन में से एक नवजात शिशु का वजन सामान्य से कम है। लेकिन अब पोषण चैंपियंस गर्भवती महिलाओं के घरों में जाकर उन्हें सलाह देते हैं, उन्हें सरकार की मातृत्व लाभ योजना के लिए रजिस्टर करते हैं और पोषण और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता भी बढ़ाते हैं।
राजस्थान में हर तीन में से एक नवजात शिशु का वजन सामान्य से कम है। लेकिन अब पोषण चैंपियंस गर्भवती महिलाओं के घरों में जाकर उन्हें सलाह देते हैं, उन्हें सरकार की मातृत्व लाभ योजना के लिए रजिस्टर करते हैं और पोषण और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता भी बढ़ाते हैं।
By Manvendra Singh
माँ बनने से पहले महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी बेहतर होती है या फिर सिजेरियन? सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या किसी तरह की दिक्कत आती है?
माँ बनने से पहले महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी बेहतर होती है या फिर सिजेरियन? सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या किसी तरह की दिक्कत आती है?
By हिमानी दीवान
आपका फ्लूड कम हो गया है, समय से पहले डिलीवरी करानी होगी... बच्चा और मां दोनों की जान को खतरा हो सकता है... आपके बच्चे का मूवमेंट नहीं हो रहा है.. बीपी बहुत ज्यादा हुआ तो डिलीवरी मुश्किल हो जाएगी, दिन रात उल्टियां हो रही हैं... ऐसी तमाम मुश्किलें (pregnancy complications) हजारों महिलाएं प्रेंगनेंसी के दौरान झेलती हैं। डियर मां की पांचवीं किस्त में ऐसे ही कुछ मुश्किलें और उसने बचने के तरीकों पर चर्चा है
आपका फ्लूड कम हो गया है, समय से पहले डिलीवरी करानी होगी... बच्चा और मां दोनों की जान को खतरा हो सकता है... आपके बच्चे का मूवमेंट नहीं हो रहा है.. बीपी बहुत ज्यादा हुआ तो डिलीवरी मुश्किल हो जाएगी, दिन रात उल्टियां हो रही हैं... ऐसी तमाम मुश्किलें (pregnancy complications) हजारों महिलाएं प्रेंगनेंसी के दौरान झेलती हैं। डियर मां की पांचवीं किस्त में ऐसे ही कुछ मुश्किलें और उसने बचने के तरीकों पर चर्चा है
By हिमानी दीवान
मां बनने के बाद शरीर और दिमाग में कई बदलाव होते हैं। 'डियर मां' की आठवीं किस्त में Mothers के दिमाग में मचने वाली उथल-पुथल की वो कहानी, जिसे लोग नजरअंदाज करते हैं या फिर समझना ही नहीं चाहते।
मां बनने के बाद शरीर और दिमाग में कई बदलाव होते हैं। 'डियर मां' की आठवीं किस्त में Mothers के दिमाग में मचने वाली उथल-पुथल की वो कहानी, जिसे लोग नजरअंदाज करते हैं या फिर समझना ही नहीं चाहते।
By हिमानी दीवान
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
डियर मां...बेशक अब मैं भी मां बन चुकी हूं। मगर मुझे वो दिन भी याद है जब मैं करियर में आगे बढ़ने और मां बनने के फैसले के बीच उलझी हुई थी। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन इसका अहसास आपने मुझे कराया था। साथ ही ये भी समझाया था कि मां बनने का फैसला लड़की को अपने पूरे मन से करना चाहिए, किसी दबाव में नहीं। डियर मां पार्ट-2
By हिमानी दीवान
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं