By Gaon Connection
जब सिक्कों के बजाए “बीजों की गुल्लक” भरने वाला किसान बने देश की असली धरोहर। मध्य प्रदेश के गाँव में बाबूलाल दहिया ने जो दास्तान लिखी है, वो सिर्फ कृषि की नहीं, पहचान, संस्कृति और भविष्य की है। जानिए कैसे एक छोटे से सीड बैंक ने हज़ारों बीजों, बीत चुके वक़्त और आने वाली पीढ़ियों की ज़रूरतों को संजो रखा है।
जब सिक्कों के बजाए “बीजों की गुल्लक” भरने वाला किसान बने देश की असली धरोहर। मध्य प्रदेश के गाँव में बाबूलाल दहिया ने जो दास्तान लिखी है, वो सिर्फ कृषि की नहीं, पहचान, संस्कृति और भविष्य की है। जानिए कैसे एक छोटे से सीड बैंक ने हज़ारों बीजों, बीत चुके वक़्त और आने वाली पीढ़ियों की ज़रूरतों को संजो रखा है।
By Kirti Shukla
By Arvind Shukla
By Divendra Singh
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के वैज्ञानिकों ने हल्दी पाउडर के इस्तेमाल से बीज को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में सफलता पायी है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के वैज्ञानिकों ने हल्दी पाउडर के इस्तेमाल से बीज को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में सफलता पायी है।
By Dr SB Misra
As of now, Gram Pradhans only have rights, but no responsibility. The Centre should act as a facilitator to resolve issues of farmers pertaining to irrigation, canal, tube wells, support prices and seed-fertilizers. The Gram Pradhans can be vested with statutory responsibility and some honorarium to supervise its functioning. There should be absolute decentralization of local administration till the level of Panchayat
As of now, Gram Pradhans only have rights, but no responsibility. The Centre should act as a facilitator to resolve issues of farmers pertaining to irrigation, canal, tube wells, support prices and seed-fertilizers. The Gram Pradhans can be vested with statutory responsibility and some honorarium to supervise its functioning. There should be absolute decentralization of local administration till the level of Panchayat
By गाँव कनेक्शन
By Dr Mannoj Murarka
विशेषज्ञों का कहना है कि जीएम फसलों के बारे में जिन लाभों का वायदा किया गया था, वे प्राप्त नहीं हुए हैं और इन फसलों की वजह से खेती में तमाम दिक्क्तें आ रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जीएम फसलों के बारे में जिन लाभों का वायदा किया गया था, वे प्राप्त नहीं हुए हैं और इन फसलों की वजह से खेती में तमाम दिक्क्तें आ रही हैं।
By Gaon Connection
मशहूर कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ सुभाष पालेकर ने अपने एक रिसर्च के बाद इस बात को गलत बताया है कि संकर बीज और बीटी कपास में देशी कपास से अधिक उत्पादन देने की अनुवांशिक क्षमता होती है।
मशहूर कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ सुभाष पालेकर ने अपने एक रिसर्च के बाद इस बात को गलत बताया है कि संकर बीज और बीटी कपास में देशी कपास से अधिक उत्पादन देने की अनुवांशिक क्षमता होती है।
By Divendra Singh
आईसीएआर-राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र ने ऑनलाइन पोर्टल की शुरूआत की है, जिसके माध्यम देश के किसी भी राज्य का किसान मसाला फसलों के बीजों को खरीद सकता है।
आईसीएआर-राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र ने ऑनलाइन पोर्टल की शुरूआत की है, जिसके माध्यम देश के किसी भी राज्य का किसान मसाला फसलों के बीजों को खरीद सकता है।
By Dr Subhash Palekar
मशहूर कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ सुभाष पालेकर ने अपने एक रिसर्च के बाद इस बात को गलत बताया है कि संकर बीज और बीटी कपास में देशी कपास से अधिक उत्पादन देने की अनुवांशिक क्षमता होती है।
मशहूर कृषि वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ सुभाष पालेकर ने अपने एक रिसर्च के बाद इस बात को गलत बताया है कि संकर बीज और बीटी कपास में देशी कपास से अधिक उत्पादन देने की अनुवांशिक क्षमता होती है।