By Venu Arora
The death knell of radio is being sounded — first was television and now the wave of digital offerings — but radio continues to find new ways to be relevant to people's everyday lives.
The death knell of radio is being sounded — first was television and now the wave of digital offerings — but radio continues to find new ways to be relevant to people's everyday lives.
By Nidhi Jamwal
विश्व रेडियो दिवस पर, मैं आप सभी को चालीस साल पीछे लिए चलती हूं, जब रेडियो पर प्रसारित होने वाली क्रिकेट कमेंट्री, समाचार बुलेटिन जिंदगी का अहम हिस्सा हुआ करते थे।
विश्व रेडियो दिवस पर, मैं आप सभी को चालीस साल पीछे लिए चलती हूं, जब रेडियो पर प्रसारित होने वाली क्रिकेट कमेंट्री, समाचार बुलेटिन जिंदगी का अहम हिस्सा हुआ करते थे।
By Dr. Amit Verma
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एक समय में रेडियो एक संचार का बहुत ही बड़ा माध्यम था। इसके ज़रिए लोग अपनी बात को जन जन तक पहुँचा पाते थे और इस पर कई सारे मनोरंजन के कार्यक्रम भी होते थे; जिस वजह से लोग पहले के समय में रेडियो को सुनना पसंद करते थे। लेकिन बदलते दौर में लोगों की रेडियो में दिलचस्पी कम हो गई है और अब लोग अपना सभी प्रोग्राम टीवी और अपने स्मार्टफोन पर देख लेते हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एक समय में रेडियो एक संचार का बहुत ही बड़ा माध्यम था। इसके ज़रिए लोग अपनी बात को जन जन तक पहुँचा पाते थे और इस पर कई सारे मनोरंजन के कार्यक्रम भी होते थे; जिस वजह से लोग पहले के समय में रेडियो को सुनना पसंद करते थे। लेकिन बदलते दौर में लोगों की रेडियो में दिलचस्पी कम हो गई है और अब लोग अपना सभी प्रोग्राम टीवी और अपने स्मार्टफोन पर देख लेते हैं।