By Geeta Yadav
देश की जीवनदायिनी नदियाँ आज प्रदूषण का शिकार हैं; कई नदियाँ मरणावस्था में पहुँच गई हैं, कुछ इंतज़ार में हैं। गँगा-यमुना जैसी बड़ी नदियों में फैले प्रदूषण को ख़त्म करने के लिए हज़ारों, करोड़ों रुपए की परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं, जबकि सैकड़ों छोटी नदियाँ आज भी कराह रही हैं।
देश की जीवनदायिनी नदियाँ आज प्रदूषण का शिकार हैं; कई नदियाँ मरणावस्था में पहुँच गई हैं, कुछ इंतज़ार में हैं। गँगा-यमुना जैसी बड़ी नदियों में फैले प्रदूषण को ख़त्म करने के लिए हज़ारों, करोड़ों रुपए की परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं, जबकि सैकड़ों छोटी नदियाँ आज भी कराह रही हैं।
By गाँव कनेक्शन
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर गँगा रिवर फ्रंट बनाने का काम शुरू हो गया है; इसके बनने से न सिर्फ सड़क के रास्ते आने वाले श्रद्धालु बिना शहर में घुसे गँगा के तट तक पहुँच सकेंगे, शहर के अंदर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो सकेगा।
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर गँगा रिवर फ्रंट बनाने का काम शुरू हो गया है; इसके बनने से न सिर्फ सड़क के रास्ते आने वाले श्रद्धालु बिना शहर में घुसे गँगा के तट तक पहुँच सकेंगे, शहर के अंदर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो सकेगा।
By गाँव कनेक्शन
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर गँगा रिवर फ्रंट बनाने का काम शुरू हो गया है; इसके बनने से न सिर्फ सड़क के रास्ते आने वाले श्रद्धालु बिना शहर में घुसे गँगा के तट तक पहुँच सकेंगे, शहर के अंदर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो सकेगा।
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर गँगा रिवर फ्रंट बनाने का काम शुरू हो गया है; इसके बनने से न सिर्फ सड़क के रास्ते आने वाले श्रद्धालु बिना शहर में घुसे गँगा के तट तक पहुँच सकेंगे, शहर के अंदर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो सकेगा।
By Gaon Connection
भारत सरकार की 'जलज' परियोजना न सिर्फ जलीय प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रही है, बल्कि उन ग्रामीण महिलाओं के लिए रोज़गार का ज़रिया भी बन रही है जो जलकुंभी से टोकरियाँ, कटोरे, टी कोस्टर और फुट मैट बनाकर बाजारों में बेच रही हैं।
भारत सरकार की 'जलज' परियोजना न सिर्फ जलीय प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रही है, बल्कि उन ग्रामीण महिलाओं के लिए रोज़गार का ज़रिया भी बन रही है जो जलकुंभी से टोकरियाँ, कटोरे, टी कोस्टर और फुट मैट बनाकर बाजारों में बेच रही हैं।
By Laraib Fatima Warsi
भारत सरकार की 'जलज' परियोजना न सिर्फ जलीय प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रही है, बल्कि उन ग्रामीण महिलाओं के लिए रोज़गार का ज़रिया भी बन रही है जो जलकुंभी से टोकरियाँ, कटोरे, टी कोस्टर और फुट मैट बनाकर बाजारों में बेच रही हैं।
भारत सरकार की 'जलज' परियोजना न सिर्फ जलीय प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रही है, बल्कि उन ग्रामीण महिलाओं के लिए रोज़गार का ज़रिया भी बन रही है जो जलकुंभी से टोकरियाँ, कटोरे, टी कोस्टर और फुट मैट बनाकर बाजारों में बेच रही हैं।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
खरीफ फसलों की बुवाई से पहले बीज उपचार जरूर करें, साथ ही आने वाले सप्ताह में तापमान अधिक रहेगा इसलिए ज़ायद की फसलों के साथ ही बागवनी फसलों में भी पर्याप्त नमी बनाये रखें।
खरीफ फसलों की बुवाई से पहले बीज उपचार जरूर करें, साथ ही आने वाले सप्ताह में तापमान अधिक रहेगा इसलिए ज़ायद की फसलों के साथ ही बागवनी फसलों में भी पर्याप्त नमी बनाये रखें।
By गाँव कनेक्शन