By Manvendra Singh
आज के इस इंटरनेट के दौर में सिर्फ एक क्लिक पर हमें हर चीज़ की जानकारी मिल जाती है। लेकिन जब जानकारी स्वस्थ्य या खानपान से संबंधित हो, तो इंटरनेट पर निर्भर रहना कई बार हानिकारक हो सकता है। ऐसे में डाइट से संबंधित बहुत सी चीज़ें इंटरनेट पर खूब वायरल होती हैं, जैसे कि इंटरमिटेंट फास्टिंग और वीगन डाइट। लेकिन क्या ये आपके लिए पूरी तरह सही हैं, या फिर इसके भी कुछ नुकसान हो सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको आज आहार विशेषज्ञ नेहा मोहन सिन्हा से विस्तार में जानने को मिलेंगे।
आज के इस इंटरनेट के दौर में सिर्फ एक क्लिक पर हमें हर चीज़ की जानकारी मिल जाती है। लेकिन जब जानकारी स्वस्थ्य या खानपान से संबंधित हो, तो इंटरनेट पर निर्भर रहना कई बार हानिकारक हो सकता है। ऐसे में डाइट से संबंधित बहुत सी चीज़ें इंटरनेट पर खूब वायरल होती हैं, जैसे कि इंटरमिटेंट फास्टिंग और वीगन डाइट। लेकिन क्या ये आपके लिए पूरी तरह सही हैं, या फिर इसके भी कुछ नुकसान हो सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको आज आहार विशेषज्ञ नेहा मोहन सिन्हा से विस्तार में जानने को मिलेंगे।
By गाँव कनेक्शन
देश में बढ़ती बीमारियों को लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। आईसीएमआर ने कहा है कि देश में 56 फीसदी बीमारियों के लिए आहार में गड़बड़ी प्रमुख कारण हो सकती है।
देश में बढ़ती बीमारियों को लेकर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। आईसीएमआर ने कहा है कि देश में 56 फीसदी बीमारियों के लिए आहार में गड़बड़ी प्रमुख कारण हो सकती है।
By गाँव कनेक्शन
By Tanu Shree Singh
By Tanu Shree Singh
By Deepak Acharya
By Sundar Chandel
By Mohit Asthana
इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है इस बारे में हमने उन्नाव जिले के अपर मुख्यचिकित्सा अधिकारी आरके गौतम से बात की...
इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है इस बारे में हमने उन्नाव जिले के अपर मुख्यचिकित्सा अधिकारी आरके गौतम से बात की...
By गाँव कनेक्शन
By Anand Dutta
अगले साल होने जा रहे अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्व कप की तैयारियों को लेकर फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) भी गंभीर हो चला है। लॉकडाउन में इन खिलाड़ियों के फिटनेस, मेंटल हेल्थ, डाइट आदि को कैसे ठीक रखा जा सकता है, इस पर लगातार काम कर रहा है।
अगले साल होने जा रहे अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्व कप की तैयारियों को लेकर फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) भी गंभीर हो चला है। लॉकडाउन में इन खिलाड़ियों के फिटनेस, मेंटल हेल्थ, डाइट आदि को कैसे ठीक रखा जा सकता है, इस पर लगातार काम कर रहा है।