By डॉ दीपक आचार्य
By Kavita Dwivedi
By डॉ दीपक आचार्य
By Mohit Asthana
इन पाउचों में खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसएसएआई) का पंजीकरण भी नहीं होता है। बावजूद इसके ये पानी के पाउच बाजार में खुले आम बिकते है। जब प्यास लगे तो दो रुपए में आराम से आप अपनी प्यास बुझा सकते हैं।
इन पाउचों में खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसएसएआई) का पंजीकरण भी नहीं होता है। बावजूद इसके ये पानी के पाउच बाजार में खुले आम बिकते है। जब प्यास लगे तो दो रुपए में आराम से आप अपनी प्यास बुझा सकते हैं।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Ramji Mishra
कुछ कुछ पल इतने अनमोल होते हैं कि जिंदगी भर याद रहते हैं, जैसे कि एक स्कूल के प्रिंसिपल ने गाँव के मेले में जाते समय एक छोटे बच्चे के प्रति उदारता दिखायी। आप भी अपने स्कूल या कॉलेज के दिनों के ऐसे अनुभव साझा कर सकते हैं।
कुछ कुछ पल इतने अनमोल होते हैं कि जिंदगी भर याद रहते हैं, जैसे कि एक स्कूल के प्रिंसिपल ने गाँव के मेले में जाते समय एक छोटे बच्चे के प्रति उदारता दिखायी। आप भी अपने स्कूल या कॉलेज के दिनों के ऐसे अनुभव साझा कर सकते हैं।
By Kirti Shukla
By Bheem kumar
By Ishtyak Khan