By Ishtyak Khan
By Divendra Singh
By Diti Bajpai
By गाँव कनेक्शन
By Divendra Singh
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान और भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने 'गिरीग्राम तकनीक पार्क' मॉडल तैयार किया है। इसमें मुर्गियों के खाने में बरसीम, केंचुआ और मोरिंगा दिया जाता है
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान और भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने 'गिरीग्राम तकनीक पार्क' मॉडल तैयार किया है। इसमें मुर्गियों के खाने में बरसीम, केंचुआ और मोरिंगा दिया जाता है
By Diti Bajpai
By दिति बाजपेई
By Diti Bajpai
By गाँव कनेक्शन
देश में ज्यादातर पशुपालक अपनी गाय-भैंसों को भूसा आदि फसल अवशेष खिलाते हैं। हरे चारे के न मिलने या फिर कम मात्रा से पशुओं में पोषण की कमी रह जाती है, जिससे वो कम दूध देते हैं। इस वीडियो में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के चारा विशेषज्ञ किसानों को बता रहे हैं कैसे किसान पूरे साल वो हरे चारे को उगाकर दूध उत्पादन में मुनाफा कमा सकते हैं।
देश में ज्यादातर पशुपालक अपनी गाय-भैंसों को भूसा आदि फसल अवशेष खिलाते हैं। हरे चारे के न मिलने या फिर कम मात्रा से पशुओं में पोषण की कमी रह जाती है, जिससे वो कम दूध देते हैं। इस वीडियो में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के चारा विशेषज्ञ किसानों को बता रहे हैं कैसे किसान पूरे साल वो हरे चारे को उगाकर दूध उत्पादन में मुनाफा कमा सकते हैं।
By Divendra Singh
मुर्गी पालक जैविक तरीके से पोल्ट्री फार्म शुरू कर सकते हैं, इसमें मुर्गियों को पूरी तरह से जैविक आहार दिया जाता है। जैविक अंडे और चिकन को दूसरों के मुकाबले बाजार में ज्यादा बढ़िया दाम भी मिलता है।
मुर्गी पालक जैविक तरीके से पोल्ट्री फार्म शुरू कर सकते हैं, इसमें मुर्गियों को पूरी तरह से जैविक आहार दिया जाता है। जैविक अंडे और चिकन को दूसरों के मुकाबले बाजार में ज्यादा बढ़िया दाम भी मिलता है।