AI से बदलेगी खेती: सरकार की नई तकनीक से फसल, आय और फैसला; अब तीनों होंगे स्मार्ट
AI से बदलेगी खेती: सरकार की नई तकनीक से फसल, आय और फैसला; अब तीनों होंगे स्मार्ट

By Gaon Connection

सरकार ने खेती को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस को मैदान में उतार दिया है। मानसून पूर्वानुमान, कीट पहचान और कृषि योजनाओं की जानकारी अब AI से किसानों तक पहुँच रही है, जिससे पैदावार बढ़ने और नुकसान घटने की उम्मीद है।

सरकार ने खेती को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस को मैदान में उतार दिया है। मानसून पूर्वानुमान, कीट पहचान और कृषि योजनाओं की जानकारी अब AI से किसानों तक पहुँच रही है, जिससे पैदावार बढ़ने और नुकसान घटने की उम्मीद है।

गेहूं की फसल कम दिन की है तो बारिश बन सकती है आफत
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By Ashwani Nigam

खरीफ फसलों का रकबा 59 लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा, तिलहन के बुवाई क्षेत्र में 10% से अधिक की बढ़ोतरी
खरीफ फसलों का रकबा 59 लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा, तिलहन के बुवाई क्षेत्र में 10% से अधिक की बढ़ोतरी

By गाँव कनेक्शन

पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष अभी तक खरीफ फसलों की रिकॉर्ड बुवाई हुई है। अच्छे मानसून का भी असर रहा है। सरकार ने कहा है कि कोविड-19 महामारी का असर खरीफ फसलों की बुवाई पर नहीं पड़ा है।

पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष अभी तक खरीफ फसलों की रिकॉर्ड बुवाई हुई है। अच्छे मानसून का भी असर रहा है। सरकार ने कहा है कि कोविड-19 महामारी का असर खरीफ फसलों की बुवाई पर नहीं पड़ा है।

धान की सीधी बुवाई करें या फिर रोपाई, विशेषज्ञ से समझिए क्या है दोनों में अंतर?
धान की सीधी बुवाई करें या फिर रोपाई, विशेषज्ञ से समझिए क्या है दोनों में अंतर?

By Shani Kumar Singh

विशेषज्ञ किसानों को सीधी बुवाई की सलाह दे रहे हैं, लेकिन इसके बारे में किसानों के मन में अभी भी कई सवाल हैं। बात पते की में आज ऐसे ही सवालों के जवाब हैं।

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जीरो टिलेज सीड ड्रिल से गेहूं की बुवाई, जुताई के महंगे खर्च में आएगी कमी, मिलेगा ज्यादा उत्पादन
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By Divendra Singh

अगर किन्हीं कारणों से आपका गेहूं का खेत तैयार नहीं हो पाया है तो बिना जुताई के भी गेहूं बुवाई करा सकते हैं। जीरो टिलेज सीड ड्रिल मशीन के कई फायदे हैं।

अगर किन्हीं कारणों से आपका गेहूं का खेत तैयार नहीं हो पाया है तो बिना जुताई के भी गेहूं बुवाई करा सकते हैं। जीरो टिलेज सीड ड्रिल मशीन के कई फायदे हैं।

कम पानी में धान की ज्यादा उपज के लिए करें धान की सीधी बुवाई
कम पानी में धान की ज्यादा उपज के लिए करें धान की सीधी बुवाई

By Divendra Singh

धान की सीधी बुवाई उचित नमी और खेत की कम जुताई करके या फिर खेत की जुताई किए बिना ही आवश्यतानुसार खरपतवारनाशी का प्रयोग कर जीरो टिलेज मशीन से की जाती है।

धान की सीधी बुवाई उचित नमी और खेत की कम जुताई करके या फिर खेत की जुताई किए बिना ही आवश्यतानुसार खरपतवारनाशी का प्रयोग कर जीरो टिलेज मशीन से की जाती है।

गेहूं की खेती: इस तारीख से पहले कर लें बुवाई, साथ ही जानिए बुवाई से पहले बीजोपचार क्यों है जरूरी
गेहूं की खेती: इस तारीख से पहले कर लें बुवाई, साथ ही जानिए बुवाई से पहले बीजोपचार क्यों है जरूरी

By गाँव कनेक्शन

अक्टूबर-नवंबर महीने में गेहूं की बुवाई शुरू हो जाती है, गेहूं की खेती में सही बीज के चुनाव, खेत की तैयारी से लेकर बुवाई के सही तरीके का अगर किसान ध्यान रखें तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

अक्टूबर-नवंबर महीने में गेहूं की बुवाई शुरू हो जाती है, गेहूं की खेती में सही बीज के चुनाव, खेत की तैयारी से लेकर बुवाई के सही तरीके का अगर किसान ध्यान रखें तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

हरियाणा और दिल्ली के लिए कृषि सलाह: अपने क्षेत्र के लिए विकसित उन्नतों किस्मों की करेंगे बुवाई, तभी मिलेगा बढ़िया उत्पादन
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By गाँव कनेक्शन

मानसून आने के साथ ही किसान खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी कर देते हैं, ऐसे में किसानों के लिए सबसे पहले जानना जरूरी होता है कि कौन सी फसल की बुवाई कब और कैसे करें।

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इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार
इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार

By Gaon Connection

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार
इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार

By गाँव कनेक्शन

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

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