सुपर फूड बनते मोटे अनाजों को थाली और खेत में वापस लाने की जरूरत
सुपर फूड बनते मोटे अनाजों को थाली और खेत में वापस लाने की जरूरत

By Dr. Satyendra Pal Singh

भारत के 21 राज्यों में मोटे अनाज की खेती की जाती है। प्रत्येक राज्य के अपने किस्म के मोटे अनाज हैं जो न सिर्फ उनकी खाद्य संस्कृति का हिस्सा हैं बल्कि उनके धार्मिक अनुष्ठानों का भी भाग हैं। भारत प्रति वर्ष 1.4 करोड़ टन बाजरा की पैदावार करता है। इतना ही नहीं भारत दुनियां का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक देश भी है।

भारत के 21 राज्यों में मोटे अनाज की खेती की जाती है। प्रत्येक राज्य के अपने किस्म के मोटे अनाज हैं जो न सिर्फ उनकी खाद्य संस्कृति का हिस्सा हैं बल्कि उनके धार्मिक अनुष्ठानों का भी भाग हैं। भारत प्रति वर्ष 1.4 करोड़ टन बाजरा की पैदावार करता है। इतना ही नहीं भारत दुनियां का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक देश भी है।

श्रीराम के त्रेता युग में फसलों में कोई रोग या कीटों का इसलिए नहीं होता था प्रकोप
श्रीराम के त्रेता युग में फसलों में कोई रोग या कीटों का इसलिए नहीं होता था प्रकोप

By Dr. Satyendra Pal Singh

कृषि के विकास पर बात की जाए तो कम से कम 7000 से 13000 ईसा वर्ष पूर्व ही खेती का विकास हो चुका था। तब से लेकर अब तक खेती में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

कृषि के विकास पर बात की जाए तो कम से कम 7000 से 13000 ईसा वर्ष पूर्व ही खेती का विकास हो चुका था। तब से लेकर अब तक खेती में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

श्रीराम के त्रेता युग में फसलों में कोई रोग या कीटों का इसलिए नहीं होता था प्रकोप
श्रीराम के त्रेता युग में फसलों में कोई रोग या कीटों का इसलिए नहीं होता था प्रकोप

By Gaon Connection

कृषि के विकास पर बात की जाए तो कम से कम 7000 से 13000 ईसा वर्ष पूर्व ही खेती का विकास हो चुका था। तब से लेकर अब तक खेती में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

कृषि के विकास पर बात की जाए तो कम से कम 7000 से 13000 ईसा वर्ष पूर्व ही खेती का विकास हो चुका था। तब से लेकर अब तक खेती में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

कोरोना का खौफ: गांवों की शादी समारोह में उमड़ रही भीड़ से सहमे लोग, कहीं बहिष्कार तो कहीं तत्काल पाबंदी की मांग
कोरोना का खौफ: गांवों की शादी समारोह में उमड़ रही भीड़ से सहमे लोग, कहीं बहिष्कार तो कहीं तत्काल पाबंदी की मांग

By Arvind Shukla

कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर के बीच शादी समारोहों के लिए राज्यों में 25 से 50 लोगों तक की इजाजत है, लेकिन ज्यादातर शादियों में भीड़ उमड़ रही है। शादी-भोज और बारातों वाले कई गांवों में कोविड मरीज मिले हैं जिसके बाद लोग इन पर पाबंदी लगाने की मांग कर रहे हैं।

कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर के बीच शादी समारोहों के लिए राज्यों में 25 से 50 लोगों तक की इजाजत है, लेकिन ज्यादातर शादियों में भीड़ उमड़ रही है। शादी-भोज और बारातों वाले कई गांवों में कोविड मरीज मिले हैं जिसके बाद लोग इन पर पाबंदी लगाने की मांग कर रहे हैं।

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