गरीबों को 80 फीसदी सस्ती मिलेंगी दवाएं

अमित सिंहअमित सिंह   4 Jun 2016 5:30 AM GMT

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लखनऊ। महंगी दवा से परेशान आम आदमी के लिए एक अच्छी ख़बर है। जल्द ही सरकार के ज़रिए चलाई जा रही जन औषधि योजना के तहत मेडिकल स्टोर पर सस्ती दवाएं मिलनी शुरु हो जाएंगी जिनकी कीमत सामान्य बाज़ार भाव से 80 फीसदी तक कम होंगी।

प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत जन औषधि मेडिकल स्टोर पर सामान्य मेडिकल स्टोर के मुक़ाबले 80 फीसदी सस्ती दवाएं मुहैया कराई जाएंगी। ये योजना सिर्फ गरीबों के लिए नहीं है बल्कि सामान्य नागरिक भी इन मेडिकल स्टोर्स से दवाएं खरीद सकता है। भारत में कुल 164 जन औषधि स्टोर खोले गए हैं जिसमें से 87 स्टोर काम कर रहे हैं। ये स्टोर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुले रहते हैं। जन औषधि सेंटर्स का पता सरकार की आधिकारिक वेबसाइट pharmaceuticals.gov.in से भी लगाया जा सकता है।

जन औषधि के यूपी नोडल अधिकारी ब्रजेश चतुर्वेदी के मुताबिक, ‘’सरकार का उद्देश्य गरीबों के लिए सस्ती दवाएं मुहैया कराना है। पहले रसायन और उर्वरक मंत्रालय सस्ती दवाएं सिर्फ़ अस्पतालों में ही उपलब्ध कराता था लेकिन अब ये हर जगह मिलेगी। अब जल्द आपके आस-पास सस्ती दवा की दुकानें होंगी।’’

उन्होंने कहा कि ‘’फिलहाल सरकार जन औषधि स्टोर्स पर 450 दवाइयां मुहैया करा रही है जिसमें 140 सर्जिकल आइटम भी हैं। जन औषधि स्टोर के लिए दवा बनाने वाली सभी दवा कंपनियां सरकारी हैं। सरकार दवा की क्वॉलिटी का ख़ास ख्याल रखती है। जन औषधि स्टोर पर दवाएं सप्लाई करने से पहले ‘एनएबीएल लैब’ में दवा की टेस्टिंग की जाती है। दवा सप्लाई से पहले सरकार और दवा कंपनियों के बीच करार कराया जाता है। अगर दवा की क्वॉलिटी में कोई ख़ामी पाई गई तो सरकार दवा कंपनी पर दो साल के लिए बैन लगा देगी।’’

दो से ढाई लाख रुपए में खुल सकता मेडिकल स्टोर

यूपी में जन औषधि स्टोर्स खोलने की जिम्मेदारी उग्रसेन पांडेय को दी गई है तो बीपीपीआई के सीनियर एक्ज़ीक्यूटिव हैं और जन औषधि स्टोर खोलने में लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं। उग्रसेन पांडेय कहते हैं, ‘’रसायन और उर्वरक मंत्रालय 450 दवाइयों की लिस्ट में 100 दवाइयां और जोड़ने की योजना बना रही है। जन औषधि योजना 16 सिग्मेंट की बीमारियों को कवर करती है। 

सरकार ने गरीबों का ख्याल रखते हुए दवाओं की कीमत 70-80% कम रखी है।’’ उग्रसेन पांडे ने कहा कि, ‘’सरकार की जन औषधि योजना से सिर्फ़ गरीबों को ही सस्ती दवाएं नहीं मिल रही हैं बल्कि बेरोज़गार और खाली बैठे फार्मासिस्ट भी इस मौक़े का फायदा उठा सकते हैं। बेरोज़गार आदमी दो से ढाई लाख रुपये में एक अच्छा मेडिकल स्टोर खोल सकता है। जन औषधि स्टोर खोलने वाले लोगों को दवा पर 20 परसेंट तक का मार्जिन और 10 परसेंट इंसेंटिव दिया जाता है।’’

क्या है जन औषधि योजना?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज़रिए प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा एक जुलाई 2015 को की गई। इस योजना में सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाइयों के दाम बाजार मूल्य से कम किए जा रहे हैं। फार्मा डिपार्टमेंट ने ये अभियान सेंट्रल फार्मा सेक्टर अंडरटेकिंग के साथ मिलकर शुरू किया है। सरकार द्वारा जन औषधि स्टोर बनाए गए है जहां जेनरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। 

 

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