By Virendra Singh
दक्षिण-पश्चिम मानसून के तीन महीने पहले ही बीत चुके हैं और उत्तर प्रदेश में माइनस 44 फीसदी बारिश की कमी है। बाराबंकी के किसानों का कहना है कि इससे केले की गुणवत्ता और मात्रा दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के तीन महीने पहले ही बीत चुके हैं और उत्तर प्रदेश में माइनस 44 फीसदी बारिश की कमी है। बाराबंकी के किसानों का कहना है कि इससे केले की गुणवत्ता और मात्रा दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
By Virendra Singh
रात में खेत की रखवाली घर के पुरुष करते हैं तो सुबह से घर की महिलाएं खेती की रखवाली करने आ जाती है।
रात में खेत की रखवाली घर के पुरुष करते हैं तो सुबह से घर की महिलाएं खेती की रखवाली करने आ जाती है।
By Virendra Singh
उत्तर प्रदेश के 181 विकास खंडों में कृषि कल्याण केंद्र खोलने की तैयारी में प्रदेश सरकार, किसानों को मिलेंगे अच्छे बीज-खाद और कीटनाशक
उत्तर प्रदेश के 181 विकास खंडों में कृषि कल्याण केंद्र खोलने की तैयारी में प्रदेश सरकार, किसानों को मिलेंगे अच्छे बीज-खाद और कीटनाशक
By Virendra Singh
दिल्ली से यात्रियों से भरी एक निजी बस बाराबंकी के देवां में ट्रक से टकरा गई। हादसे में फिलहाल 15 लोगों की मौत की खबर है। जबकि 2 दर्जन लोग घायल हुए हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
दिल्ली से यात्रियों से भरी एक निजी बस बाराबंकी के देवां में ट्रक से टकरा गई। हादसे में फिलहाल 15 लोगों की मौत की खबर है। जबकि 2 दर्जन लोग घायल हुए हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
By Virendra Singh
By Virendra Singh
घाघरा में पानी बढ़ेगा, लेकिन पूरा सैलाब आ जाएगा इसका ग्रामीणों को अंदाजा ही नहीं था, इसलिए जब उत्तराखंड से छोड़े गए पानी से नदियों से उफनाया पानी लोगों के घरों में घुसा तो वो सिर्फ किसी तरह अपनी जान बचा पाए।
घाघरा में पानी बढ़ेगा, लेकिन पूरा सैलाब आ जाएगा इसका ग्रामीणों को अंदाजा ही नहीं था, इसलिए जब उत्तराखंड से छोड़े गए पानी से नदियों से उफनाया पानी लोगों के घरों में घुसा तो वो सिर्फ किसी तरह अपनी जान बचा पाए।
By Dr SB Misra
भारत में हर साल सड़क हादसों में क़रीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। ट्रैफ़िक नियमों का सख़्ती से पालन न होना और आसानी ने ड्राइविंग लाइसेंस मिलना इसकी बड़ी वजह है। गाँवों में तक नशे की आदत इतनी बढ़ चुकी है कि कई बार गाड़ियों की भीड़ के कारण नहीं बल्कि चालक की असावधानी और दूसरे लोगों की उद्दण्डता के कारण दुर्घटनाएँ होती हैं। गाड़ी चलाने वालों में अक्सर धीरज नहीं होता और वह दूसरों से पहले निकलने की जल्दी में दाहिने-बाएं टक्कर मार देते हैं।
भारत में हर साल सड़क हादसों में क़रीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। ट्रैफ़िक नियमों का सख़्ती से पालन न होना और आसानी ने ड्राइविंग लाइसेंस मिलना इसकी बड़ी वजह है। गाँवों में तक नशे की आदत इतनी बढ़ चुकी है कि कई बार गाड़ियों की भीड़ के कारण नहीं बल्कि चालक की असावधानी और दूसरे लोगों की उद्दण्डता के कारण दुर्घटनाएँ होती हैं। गाड़ी चलाने वालों में अक्सर धीरज नहीं होता और वह दूसरों से पहले निकलने की जल्दी में दाहिने-बाएं टक्कर मार देते हैं।
By Arvind Shukla
दौलतपुर गांव का एक किसान अपने खेतों में मुनाफे की फसल काट रहा है,जिसे देखने कई जिलों से लोग आते हैं…
दौलतपुर गांव का एक किसान अपने खेतों में मुनाफे की फसल काट रहा है,जिसे देखने कई जिलों से लोग आते हैं…