By Gaon Connection
भारत में मधुमक्खी पालन अब केवल शौक़ नहीं, बल्कि रोज़गार और आत्मनिर्भरता का मज़बूत साधन बन चुका है। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (NBHM) के तहत सरकार किसानों और महिला समूहों को वैज्ञानिक तकनीकों से जोड़ रही है, जिससे शहद उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी और निर्यात में नई ऊंचाई मिली है।
भारत में मधुमक्खी पालन अब केवल शौक़ नहीं, बल्कि रोज़गार और आत्मनिर्भरता का मज़बूत साधन बन चुका है। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (NBHM) के तहत सरकार किसानों और महिला समूहों को वैज्ञानिक तकनीकों से जोड़ रही है, जिससे शहद उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी और निर्यात में नई ऊंचाई मिली है।
By गाँव कनेक्शन
विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर जम्मू कश्मीर के पुलवामा, बांदीपुरा और जम्मू, कर्नाटक के तुमकुर, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, पुणे में महाराष्ट्र और उत्तराखंड में शहद परीक्षण प्रयोगशालाओं और प्रसंस्करण इकाइयों का उद्घाटन किया गया।
विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर जम्मू कश्मीर के पुलवामा, बांदीपुरा और जम्मू, कर्नाटक के तुमकुर, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, पुणे में महाराष्ट्र और उत्तराखंड में शहद परीक्षण प्रयोगशालाओं और प्रसंस्करण इकाइयों का उद्घाटन किया गया।
By दिति बाजपेई
Educated youth with postgraduate degrees in Kashmir are finding horticulture, bee-keeping and spice cultivation profitable ventures that not only earns them a livelihood but also generates employment to others.
Educated youth with postgraduate degrees in Kashmir are finding horticulture, bee-keeping and spice cultivation profitable ventures that not only earns them a livelihood but also generates employment to others.
By Shyam Dangi
बदलता इंडिया में आज पढ़िए मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के प्रवीण रघुवंशी की कहानी। प्रवीण के पास मधुमक्खियों के करीब 100 बॉक्स हैं, जिससे उन्हें सलाना औसतन 6-7 लाख की कमाई होती है। वो किसानों को सलाह देते हैं कि रबी सीजन से मधुमक्खी पालन की शुरुआत करें और पहली बार सिर्फ 5 बॉक्स रखें।
बदलता इंडिया में आज पढ़िए मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के प्रवीण रघुवंशी की कहानी। प्रवीण के पास मधुमक्खियों के करीब 100 बॉक्स हैं, जिससे उन्हें सलाना औसतन 6-7 लाख की कमाई होती है। वो किसानों को सलाह देते हैं कि रबी सीजन से मधुमक्खी पालन की शुरुआत करें और पहली बार सिर्फ 5 बॉक्स रखें।
By गाँव कनेक्शन
देश के सबसे चहेते स्टोरीटेलर और गांव कनेक्शन के संस्थापक नीलेश मिसरा के खास शो 'दी स्लो कैफे' में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की महानिदेशक सुनीता नारायण ने बताया कि कैसे उन्होंने और उनकी टीम ने शहद में मिलावट के खेल पर रिपोर्ट तैयार किया और यह आम लोगों के लिए जरूरी क्यों है? और भी कई मुद्दों पर जरूरी बात हुई, आप भी देखिये, पढ़िये-
देश के सबसे चहेते स्टोरीटेलर और गांव कनेक्शन के संस्थापक नीलेश मिसरा के खास शो 'दी स्लो कैफे' में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की महानिदेशक सुनीता नारायण ने बताया कि कैसे उन्होंने और उनकी टीम ने शहद में मिलावट के खेल पर रिपोर्ट तैयार किया और यह आम लोगों के लिए जरूरी क्यों है? और भी कई मुद्दों पर जरूरी बात हुई, आप भी देखिये, पढ़िये-
By Pankaja Srinivasan
मधुमक्खी शहद का उत्पादन करने वाले निमित सिंह के लिए शहद सिर्फ आमदनी का जरिया नहीं है, बल्कि एक ऐसा व्यवसाय है जहां उन्होंने जीवन के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं।
मधुमक्खी शहद का उत्पादन करने वाले निमित सिंह के लिए शहद सिर्फ आमदनी का जरिया नहीं है, बल्कि एक ऐसा व्यवसाय है जहां उन्होंने जीवन के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं।
By Divendra Singh
मधुमक्खी का परिवार जब कमजोर हो जाता है तो दो कमजोर परिवार को आपस में मिलाकर एक मजबूत परिवार बनाते हैं।
मधुमक्खी का परिवार जब कमजोर हो जाता है तो दो कमजोर परिवार को आपस में मिलाकर एक मजबूत परिवार बनाते हैं।
By vineet bajpai
By गाँव कनेक्शन
By Divendra Singh