By Bidyut Majumdar
Heavy rainfall in September is being linked to a spike in fever cases in some districts of Uttar Pradesh. Test reports point towards malaria, a mosquito-borne disease. Villagers blame stagnant water pools and unclean drains. A ground report.
Heavy rainfall in September is being linked to a spike in fever cases in some districts of Uttar Pradesh. Test reports point towards malaria, a mosquito-borne disease. Villagers blame stagnant water pools and unclean drains. A ground report.
By Chandrakant Mishra
30 वर्षों से इस टीके को लाने के प्रयास चल रहे थे, यह टीका पांच महीने से दो साल तक के बच्चों के लिए विकसित किया गया है
30 वर्षों से इस टीके को लाने के प्रयास चल रहे थे, यह टीका पांच महीने से दो साल तक के बच्चों के लिए विकसित किया गया है
By Chandrakant Mishra
यूपी के सरकारी अस्पतालों में खुलेगा फीवर हेल्थ डेस्क, सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनाए जाएंगे नोडल अधिकारी
यूपी के सरकारी अस्पतालों में खुलेगा फीवर हेल्थ डेस्क, सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनाए जाएंगे नोडल अधिकारी
By Nidhi Jamwal
ओडिशा का मलकानगिरी जिला मलेरिया से सर्वाधिक ग्रस्त जिलों में एक है। राज्य में मलेरिया के कुल जितने मामले सामने आते हैं, उनमें से करीब 50 फीसदी मामले मलकानगिरि जिले के होते हैं। जिले के स्वास्थ्य विभाग और आशा कार्यकर्ता ने इससे निपटने के लिए अब कुछ अनूठे और नए प्रयोग भी किए हैं, जो काफी हद तक कारगर भी साबित हो रहे हैं।
ओडिशा का मलकानगिरी जिला मलेरिया से सर्वाधिक ग्रस्त जिलों में एक है। राज्य में मलेरिया के कुल जितने मामले सामने आते हैं, उनमें से करीब 50 फीसदी मामले मलकानगिरि जिले के होते हैं। जिले के स्वास्थ्य विभाग और आशा कार्यकर्ता ने इससे निपटने के लिए अब कुछ अनूठे और नए प्रयोग भी किए हैं, जो काफी हद तक कारगर भी साबित हो रहे हैं।
By गाँव कनेक्शन
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में पूरी दुनिया में सामने आए मलेरिया के कुल मामलों में से 80 प्रतिशत मामले भारत और 15 उप सहारा अफ्रीकी देशों से थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में पूरी दुनिया में सामने आए मलेरिया के कुल मामलों में से 80 प्रतिशत मामले भारत और 15 उप सहारा अफ्रीकी देशों से थे।
By Chandrakant Mishra
There are heaps of garbage everywhere, even near handpumps. The drains are open and full of filth. The health department hasn’t bothered to spray mosquito repellents in months
There are heaps of garbage everywhere, even near handpumps. The drains are open and full of filth. The health department hasn’t bothered to spray mosquito repellents in months
By Manvendra Singh
गंबूसिया मछली की एक खासियत होती है कि यह पानी में पैदा होने वाले मच्छर के लार्वा को खा जाती है। जिसकी वजह से मलेरिया, डेंगू और चिकुनगुनिया के मच्छर पैदा ही नहीं हो पाते हैं।
गंबूसिया मछली की एक खासियत होती है कि यह पानी में पैदा होने वाले मच्छर के लार्वा को खा जाती है। जिसकी वजह से मलेरिया, डेंगू और चिकुनगुनिया के मच्छर पैदा ही नहीं हो पाते हैं।
By Bidyut Majumdar
सितंबर में भारी बारिश को उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बुखार के बढ़ते मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है। टेस्ट रिपोर्ट मच्छर से होने वाली बीमारी मलेरिया की ओर इशारा करती हैं। गाँव के लोग इसके लिए रुके हुए पानी के तालाबों और गंदी नालियों को ज़िम्मेदार मानते हैं। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
सितंबर में भारी बारिश को उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बुखार के बढ़ते मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है। टेस्ट रिपोर्ट मच्छर से होने वाली बीमारी मलेरिया की ओर इशारा करती हैं। गाँव के लोग इसके लिए रुके हुए पानी के तालाबों और गंदी नालियों को ज़िम्मेदार मानते हैं। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
By Ajay Mishra
डेंगू और मलेरिया समेत मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यूपी के कन्नौज में तालाबों में विशेष मछलियां डलवाई जा रही हैं। ये गंबूसिया मछलियां मच्छरों का लार्वा खाती हैं।
डेंगू और मलेरिया समेत मच्छर जनित बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यूपी के कन्नौज में तालाबों में विशेष मछलियां डलवाई जा रही हैं। ये गंबूसिया मछलियां मच्छरों का लार्वा खाती हैं।
By Pratyaksh Srivastava
मलेरिया की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक बनाने, तेजी से जांच करने और दवाएं बांटने के लिए ओडिशा में एक समुदाय संचालित कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें मलेरिया ‘साथी’ व ‘दूत’ आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के साथ मिलकर काम करते हैं। इस सफल कार्यक्रम की बदौलत 2017 से 2020 तक, पूर्वी राज्य में मलेरिया की घटना 347,860 से घटकर 41,739 हो गई है। 2030 तक वेक्टर जनित इस बीमारी को खत्म करने की योजना बनाई जा रही है। मलेरिया से जूझ रहे कोरापुट जिले से एक रिपोर्ट
मलेरिया की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक बनाने, तेजी से जांच करने और दवाएं बांटने के लिए ओडिशा में एक समुदाय संचालित कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें मलेरिया ‘साथी’ व ‘दूत’ आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के साथ मिलकर काम करते हैं। इस सफल कार्यक्रम की बदौलत 2017 से 2020 तक, पूर्वी राज्य में मलेरिया की घटना 347,860 से घटकर 41,739 हो गई है। 2030 तक वेक्टर जनित इस बीमारी को खत्म करने की योजना बनाई जा रही है। मलेरिया से जूझ रहे कोरापुट जिले से एक रिपोर्ट