By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
दुनिया भर में भारतीय भैसों के मांस की मांग उसकी उच्च गुणवत्ता, पोषक तत्वों से भरपूर और जोखिम मुक्त होने के कारण तेजी से बढ़ी है। तभी तो भारत में पशुधन उत्पादों का निर्यात अप्रैल-जून (2021-22) के दौरान अप्रैल-जून, (2020-21) की तुलना में 106 फीसदी बढ़ा है।
दुनिया भर में भारतीय भैसों के मांस की मांग उसकी उच्च गुणवत्ता, पोषक तत्वों से भरपूर और जोखिम मुक्त होने के कारण तेजी से बढ़ी है। तभी तो भारत में पशुधन उत्पादों का निर्यात अप्रैल-जून (2021-22) के दौरान अप्रैल-जून, (2020-21) की तुलना में 106 फीसदी बढ़ा है।
By गाँव कनेक्शन
पिछले पाँच सालों में देश में अंडा, माँस और दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, साल 2022-23 के दौरान देश में कुल दुग्ध उत्पादन 230.58 मिलियन टन अनुमानित है।
पिछले पाँच सालों में देश में अंडा, माँस और दूध उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, साल 2022-23 के दौरान देश में कुल दुग्ध उत्पादन 230.58 मिलियन टन अनुमानित है।
By Diti Bajpai
अगर किसान इस मशीन को समूह बनाकर ख़रीदे और फूड प्रोसेसिंग करे तो लाभ कमा सकते हैं। इसके अलावा जो व्यापारी मीट, दूध, पनीर और अन्य खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनके लिए भी यह मशीन लाभकारी है।
अगर किसान इस मशीन को समूह बनाकर ख़रीदे और फूड प्रोसेसिंग करे तो लाभ कमा सकते हैं। इसके अलावा जो व्यापारी मीट, दूध, पनीर और अन्य खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनके लिए भी यह मशीन लाभकारी है।
By Diti Bajpai
#NarendraModi मथुरा के जिस पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (दुवासु) से गायों के नस्ल सुधार कार्यक्रम का आगाज किया है, उसी विश्वविद्यालय ने बकरियों में भी नस्ल सुधार तकनीकी विकसित की है। जानिए इसकी खास बातें.
#NarendraModi मथुरा के जिस पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (दुवासु) से गायों के नस्ल सुधार कार्यक्रम का आगाज किया है, उसी विश्वविद्यालय ने बकरियों में भी नस्ल सुधार तकनीकी विकसित की है। जानिए इसकी खास बातें.
By Karan Pal Singh
By Manoj Choudhary
Villages in Rajasthan where agriculture is impractical due to lack of water are turning to rearing goats that are low maintenance and an assured source of income.
Villages in Rajasthan where agriculture is impractical due to lack of water are turning to rearing goats that are low maintenance and an assured source of income.
By Divendra Singh
अंडे और चिकन की माँग बढ़ने से मुर्गी पालन (Poultry Farming) की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है। 'आमदनी बढ़ाएँ' के इस भाग में चलिए जानते हैं पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में।
अंडे और चिकन की माँग बढ़ने से मुर्गी पालन (Poultry Farming) की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है। 'आमदनी बढ़ाएँ' के इस भाग में चलिए जानते हैं पोल्ट्री फार्मिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में।
By Diti Bajpai
By Diti Bajpai