इस उपाय से नहीं होगा अरहर में बाँझपन मोज़ेक रोग
इस उपाय से नहीं होगा अरहर में बाँझपन मोज़ेक रोग

By Gaon Connection

अरहर बाँझपन मोज़ेक वायरस (पीपीएसएमवी) एक ख़तरनाक बीमारी है जो गर्मी या गरम ठंडा दोनों क्षेत्रों में उगाई जाने वाली दलहनी फसल अरहर (कैजानस कैजन) को प्रभावित करती है; इससे उपज में भारी कमी आती है और किसानों को आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

अरहर बाँझपन मोज़ेक वायरस (पीपीएसएमवी) एक ख़तरनाक बीमारी है जो गर्मी या गरम ठंडा दोनों क्षेत्रों में उगाई जाने वाली दलहनी फसल अरहर (कैजानस कैजन) को प्रभावित करती है; इससे उपज में भारी कमी आती है और किसानों को आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

वैज्ञानिकों ने विकसित की मटर की रोग प्रतिरोधी नई किस्म, दूसरी किस्मों की तुलना में मिलेगी ज्यादा पैदावार
वैज्ञानिकों ने विकसित की मटर की रोग प्रतिरोधी नई किस्म, दूसरी किस्मों की तुलना में मिलेगी ज्यादा पैदावार

By Divendra Singh

मटर की नई किस्म में दूसरी किस्मों के मुकाबले रोगों से लड़ने की क्षमता अधिक है और कई कीट भी इस किस्म को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

मटर की नई किस्म में दूसरी किस्मों के मुकाबले रोगों से लड़ने की क्षमता अधिक है और कई कीट भी इस किस्म को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

ये उपाय अपनाकर बढ़ा सकते हैं मटर का उत्पादन, नहीं लगेंगे कोई कीट या रोग
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By Divendra Singh

वैज्ञानिकों ने विकसित की मटर की नई प्रजाति, इसकी खेती से मिलेगी बंपर पैदावार
वैज्ञानिकों ने विकसित की मटर की नई प्रजाति, इसकी खेती से मिलेगी बंपर पैदावार

By Divendra Singh

वैज्ञानिकों ने मटर के पौधे में अधिक फूल लगने वाली प्रजाति विकसित की है, जिसके कारण पौधे पर पैदा होने वाली मटर की फलियों की संख्या बढ़ सकती है।

वैज्ञानिकों ने मटर के पौधे में अधिक फूल लगने वाली प्रजाति विकसित की है, जिसके कारण पौधे पर पैदा होने वाली मटर की फलियों की संख्या बढ़ सकती है।

Teacher’s Diary: Picking peas in the field with students helped a teacher bring village kids to school
Teacher’s Diary: Picking peas in the field with students helped a teacher bring village kids to school

By Rakesh Vishwakarma

By fostering camaraderie amongst his students and encouraging them to take part in sports, teacher Rakesh Vishwakarma has watched his students go from strength to strength as they win trophies in state sporting events. Vishwakarma shares his journey in this school.

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इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार
इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार

By गाँव कनेक्शन

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

अरहर की नई किस्मों में नहीं लगेगा उकठा रोग, दूसरी किस्मों की तुलना में कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
अरहर की नई किस्मों में नहीं लगेगा उकठा रोग, दूसरी किस्मों की तुलना में कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन

By Divendra Singh

अरहर की दूसरी किस्मों की बुवाई जुलाई में होती है, जो अप्रैल में तैयार होती हैं, वहीं नई किस्में नवंबर में ही तैयार हो जाती हैं। इनमें उकठा जैसी कई बीमारियां भी नहीं लगती हैं।

अरहर की दूसरी किस्मों की बुवाई जुलाई में होती है, जो अप्रैल में तैयार होती हैं, वहीं नई किस्में नवंबर में ही तैयार हो जाती हैं। इनमें उकठा जैसी कई बीमारियां भी नहीं लगती हैं।

हरी मटर की खेती से कमाई के लिए इन बातों का रखें ध्यान
हरी मटर की खेती से कमाई के लिए इन बातों का रखें ध्यान

By Gaon Connection

सर्दियों में उगाई जाने वाली मटर की खेती से किसानों की चार-पाँच महीनों में अच्छी कमाई हो जाती है, लेकिन कई बार छोटी सी लापरवाही से नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।

सर्दियों में उगाई जाने वाली मटर की खेती से किसानों की चार-पाँच महीनों में अच्छी कमाई हो जाती है, लेकिन कई बार छोटी सी लापरवाही से नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।

इस खरीफ़ में करिए अरहर की किस्म पूसा-16 की बुवाई, सिर्फ 120 दिनों में हो जाती है तैयार
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By Gaon Connection

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

दलहनी फसलों में अरहर का प्रमुख स्थान है और किसान अभी खरीफ़ में अरहर की बुवाई कर रहे हैं, ऐसे में किसान अरहर की किस्म पूसा अरहर-16 की बुवाई कर सकते हैं। यह किस्म 120 दिनों में तैयार हो जाती है।

मूंग में लगा पीला मोजेक रोग, किसान परेशान
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By Ishtyak Khan

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