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कभी साइकिल से घर-घर जाकर बेचा करते थे, अब कई देशों तक जाती हैं सीतापुर की दरियां
कभी साइकिल से घर-घर जाकर बेचा करते थे, अब कई देशों तक जाती हैं सीतापुर की दरियां

By Puja Bhattacharjee

उत्तर प्रदेश के खैराबाद से हाथ से बुनी हुई दरियां अमेरिका, जापान और यूरोप के लिए उड़ान भरती हैं।

उत्तर प्रदेश के खैराबाद से हाथ से बुनी हुई दरियां अमेरिका, जापान और यूरोप के लिए उड़ान भरती हैं।

आदिवासी संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए नीलेश मिसरा के स्लो और बस्तर जिले के बीच हुआ एमओयू
आदिवासी संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए नीलेश मिसरा के स्लो और बस्तर जिले के बीच हुआ एमओयू

By गाँव कनेक्शन

गाँव के हुनर को सीधे शहर तक जोड़ने के प्रयासों के तहत, 'स्लो' ने छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। आदिवासियों के हस्तशिल्प जैसे उत्पादों की बिक्री को सुविधाजनक बनाने के साथ ही, समझौते में क्षेत्र में आदिवासी विरासत को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों के आकर्षण का प्रदर्शन भी शामिल है।

गाँव के हुनर को सीधे शहर तक जोड़ने के प्रयासों के तहत, 'स्लो' ने छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। आदिवासियों के हस्तशिल्प जैसे उत्पादों की बिक्री को सुविधाजनक बनाने के साथ ही, समझौते में क्षेत्र में आदिवासी विरासत को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों के आकर्षण का प्रदर्शन भी शामिल है।

कभी छोटी सी स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले चंद्र प्रकाश शुक्ला आज एक सफल आंवला व्यवसायी हैं
कभी छोटी सी स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले चंद्र प्रकाश शुक्ला आज एक सफल आंवला व्यवसायी हैं

By Puja Bhattacharjee

एक प्रोफेसर के साथ मुलाकात ने चंद्र प्रकाश शुक्ला की जिंदगी को बदल दिया। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के व्यापारी अब आंवला से कई तरह प्रोडक्ट बनाते हैं।

एक प्रोफेसर के साथ मुलाकात ने चंद्र प्रकाश शुक्ला की जिंदगी को बदल दिया। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के व्यापारी अब आंवला से कई तरह प्रोडक्ट बनाते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की मधुमक्खी पालक निमित सिंह की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की मधुमक्खी पालक निमित सिंह की तारीफ

By गाँव कनेक्शन

शहद उत्पादक निमित सिंह गोरखपुर के रहने वाले हैं, जिन्होंने बी.टेक करने के बावजूद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर न बना कर शहद उत्पादन को प्राथमिकता दी। आज वह कामयाबी के साथ अपना उद्यम चला रहे हैं और कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।

शहद उत्पादक निमित सिंह गोरखपुर के रहने वाले हैं, जिन्होंने बी.टेक करने के बावजूद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर न बना कर शहद उत्पादन को प्राथमिकता दी। आज वह कामयाबी के साथ अपना उद्यम चला रहे हैं और कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।

खेती का उत्पादन बढ़ाना है? मधुमक्खियों की मदद लीजिए
खेती का उत्पादन बढ़ाना है? मधुमक्खियों की मदद लीजिए

By Puja Bhattacharjee

नितिन सिंह ने 20 मधुमक्खी कॉलोनियों से शुरुआत की और आज उनकी कंपनी रॉयल हनी एंड बी फार्मिंग सोसाइटी द्वारा विकसित 1,200 कॉलोनियां हैं। शुद्ध जैविक शहद के अलावा, वह शहद एनर्जी ड्रिंक, लिप बाम, साबुन और मोमबत्तियों का भी व्यवसाय करते हैं और मधुमक्खियों को किसान का सबसे अच्छा दोस्त मानते हैं।

नितिन सिंह ने 20 मधुमक्खी कॉलोनियों से शुरुआत की और आज उनकी कंपनी रॉयल हनी एंड बी फार्मिंग सोसाइटी द्वारा विकसित 1,200 कॉलोनियां हैं। शुद्ध जैविक शहद के अलावा, वह शहद एनर्जी ड्रिंक, लिप बाम, साबुन और मोमबत्तियों का भी व्यवसाय करते हैं और मधुमक्खियों को किसान का सबसे अच्छा दोस्त मानते हैं।

स्लो बाजार का ऑर्गेनिक 'मधुमक्खीवाला' शहद, लीची से लेकर सरसों तक के स्वाद की मिठास
स्लो बाजार का ऑर्गेनिक 'मधुमक्खीवाला' शहद, लीची से लेकर सरसों तक के स्वाद की मिठास

By Pankaja Srinivasan

मधुमक्खी शहद का उत्पादन करने वाले निमित सिंह के लिए शहद सिर्फ आमदनी का जरिया नहीं है, बल्कि एक ऐसा व्यवसाय है जहां उन्होंने जीवन के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं।

मधुमक्खी शहद का उत्पादन करने वाले निमित सिंह के लिए शहद सिर्फ आमदनी का जरिया नहीं है, बल्कि एक ऐसा व्यवसाय है जहां उन्होंने जीवन के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सीखे हैं।

नीलेश मिसरा छत्तीसगढ़ के बस्तर में शुरू कर रहे हैं 'टेन थाउजेंड क्रिएटर्स प्रोजेक्ट'
नीलेश मिसरा छत्तीसगढ़ के बस्तर में शुरू कर रहे हैं 'टेन थाउजेंड क्रिएटर्स प्रोजेक्ट'

By गाँव कनेक्शन

'टेन थाउजेंड क्रिएटर्स प्रोजेक्ट' एक ऐसा बाजार स्थापित करने की एक पहल है जो ग्रामीण क्रिएटर्स को सीधे लोगों तक पहुंचाएगा। प्रोजेक्ट का शुभारंभ कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के बस्तर में हो रहा है और इसमें राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल शामिल हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में स्लो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और बस्तर जिला प्रशासन के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर भी होंगे।

'टेन थाउजेंड क्रिएटर्स प्रोजेक्ट' एक ऐसा बाजार स्थापित करने की एक पहल है जो ग्रामीण क्रिएटर्स को सीधे लोगों तक पहुंचाएगा। प्रोजेक्ट का शुभारंभ कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के बस्तर में हो रहा है और इसमें राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल शामिल हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में स्लो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और बस्तर जिला प्रशासन के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर भी होंगे।

टेलीकॉम इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद बस्तर में आदिवासी महिलाओं के साथ एफपीओ शुरू करने वाले दीनानाथ की कहानी आपको भी प्रेरित करेगी
टेलीकॉम इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद बस्तर में आदिवासी महिलाओं के साथ एफपीओ शुरू करने वाले दीनानाथ की कहानी आपको भी प्रेरित करेगी

By Puja Bhattacharjee

बस्तर की 337 आदिवासी महिलाओं को जोड़कर दीना नाथ राजपूत ने अपने वन और कृषि उत्पादों को सही बाजार उपलब्ध कराने और बेचने के लिए भुमगड़ी एफपीओ का गठन किया है। एफपीओ में अब 6,100 किसान शामिल हैं। यही नहीं भुमगड़ी एफपीओ जगदलपुर में बस्तर कैफे भी चलाता है।

बस्तर की 337 आदिवासी महिलाओं को जोड़कर दीना नाथ राजपूत ने अपने वन और कृषि उत्पादों को सही बाजार उपलब्ध कराने और बेचने के लिए भुमगड़ी एफपीओ का गठन किया है। एफपीओ में अब 6,100 किसान शामिल हैं। यही नहीं भुमगड़ी एफपीओ जगदलपुर में बस्तर कैफे भी चलाता है।

मुश्किलों के बावजूद, सूरज नारायण टाइटनवाला ने अपने पारंपरिक बगरू ब्लॉक प्रिंटिंग कला को बचाए रखा है
मुश्किलों के बावजूद, सूरज नारायण टाइटनवाला ने अपने पारंपरिक बगरू ब्लॉक प्रिंटिंग कला को बचाए रखा है

By Pankaja Srinivasan

बगरू एक पारंपरिक छपाई और रंगाई तकनीक है जिसे राजस्थान के एक सुदूर शहर में 'चिप्पा' समुदाय द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बगरू शिल्पकार सूरज नारायण टाइटनवाला ने अपने पूर्वजों की कला को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए बगरू संग्रहालय की स्थापना की है।

बगरू एक पारंपरिक छपाई और रंगाई तकनीक है जिसे राजस्थान के एक सुदूर शहर में 'चिप्पा' समुदाय द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बगरू शिल्पकार सूरज नारायण टाइटनवाला ने अपने पूर्वजों की कला को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए बगरू संग्रहालय की स्थापना की है।

इनके हाथों का हुनर जीआई-टैग चन्नापटना खिलौनों को बनाता है खास
इनके हाथों का हुनर जीआई-टैग चन्नापटना खिलौनों को बनाता है खास

By Pankaja Srinivasan

कर्नाटक में चन्नापटना को प्यार से गोम्बेगला ऊरु या खिलौनों का शहर भी कहा जाता है। चन्नापटना की लगभग 35% आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लकड़ी के खिलौने उद्योग में शामिल है। जावेद सैय्यद ऐसे ही एक शिल्पकार हैं।

कर्नाटक में चन्नापटना को प्यार से गोम्बेगला ऊरु या खिलौनों का शहर भी कहा जाता है। चन्नापटना की लगभग 35% आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लकड़ी के खिलौने उद्योग में शामिल है। जावेद सैय्यद ऐसे ही एक शिल्पकार हैं।

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