By Manvendra Singh
ग्रामीण भारत में क्यों बढ़ रहे हैं सिजेरियन डिलीवरी के मामले? नॉर्मल या फिर सिजेरियन कौन सा तरीका होता है ज़्यादा सुरक्षित? गाँव कनेक्शन के खास कार्यक्रम नमस्ते डॉक्टर में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रेखा सचान ऐसे ही कई सवालों के जवाब दे रही हैं।
ग्रामीण भारत में क्यों बढ़ रहे हैं सिजेरियन डिलीवरी के मामले? नॉर्मल या फिर सिजेरियन कौन सा तरीका होता है ज़्यादा सुरक्षित? गाँव कनेक्शन के खास कार्यक्रम नमस्ते डॉक्टर में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रेखा सचान ऐसे ही कई सवालों के जवाब दे रही हैं।
By Manvendra Singh
माहवारी से जुड़ी हमारे देश में कई धारणाएँ बनी हुई हैं। इनमें से कुछ रूढ़िवादी परंपराएं हैं, तो कुछ मेडिकेशन से जुड़ी जानकारी के अभाव भी शामिल हैं। ऐसे में आपके मन में भी कई सवाल आते होंगे, जैसे पीरियड्स के वक्त, सैनिटरी पैड्स सही हैं या कप्स, इस दौरान दर्द होने पर दवा लेनी चाहिए या नहीं। ऐसे सभी सवालों के जवाब 'नमस्ते डॉक्टर' शो पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजू अग्रवाल ने बड़े विस्तार में दिए हैं।
माहवारी से जुड़ी हमारे देश में कई धारणाएँ बनी हुई हैं। इनमें से कुछ रूढ़िवादी परंपराएं हैं, तो कुछ मेडिकेशन से जुड़ी जानकारी के अभाव भी शामिल हैं। ऐसे में आपके मन में भी कई सवाल आते होंगे, जैसे पीरियड्स के वक्त, सैनिटरी पैड्स सही हैं या कप्स, इस दौरान दर्द होने पर दवा लेनी चाहिए या नहीं। ऐसे सभी सवालों के जवाब 'नमस्ते डॉक्टर' शो पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजू अग्रवाल ने बड़े विस्तार में दिए हैं।
By हिमानी दीवान
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं
डियर मां...आपने मुझे कभी नहीं बताया कि जब मैं आपके पेट में थी, तब आपको पापा से कितना साथ मिला। मैं ये जरूर जानती हूं कि मेरी pregnancy के दौरान जब हर मोड़ पर मेरे पति मेरा साथ दे रहे थे, तब आप कितनी खुश थीं। और आपने कहा था ये खुशी हर औरत को मिलनी जरूरी है। उसी बात को याद करके आज इस सीरीज की ये चौथी किश्त लिख रही हूं
By Aishwarya Tripathi
जब प्यारी देवी का गर्भपात हुआ तो उन्हें पता चला कि सही समय पर दवाएँ और स्वास्थ्य संबंधी सलाह कितनी ज़रूरी होती है। उसके बाद वह काफी बदल गईं और उत्तर प्रदेश के महोबा के मामना गाँव में एक अनौपचारिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करने लगी।
जब प्यारी देवी का गर्भपात हुआ तो उन्हें पता चला कि सही समय पर दवाएँ और स्वास्थ्य संबंधी सलाह कितनी ज़रूरी होती है। उसके बाद वह काफी बदल गईं और उत्तर प्रदेश के महोबा के मामना गाँव में एक अनौपचारिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करने लगी।
By Manvendra Singh
माँ बनने से पहले महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी बेहतर होती है या फिर सिजेरियन? सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या किसी तरह की दिक्कत आती है?
माँ बनने से पहले महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जैसे कि नॉर्मल डिलीवरी बेहतर होती है या फिर सिजेरियन? सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या किसी तरह की दिक्कत आती है?
By Anshu Gupta
गूंज मासिक धर्म के प्रति अपने 'ट्रिपल ए' के जरिए समुदायों के साथ पहुंच, सामर्थ्य और जागरूकता की चुनौतियों का समाधान कर रहा है, जहां हर कोई इसका साझेदार है।
गूंज मासिक धर्म के प्रति अपने 'ट्रिपल ए' के जरिए समुदायों के साथ पहुंच, सामर्थ्य और जागरूकता की चुनौतियों का समाधान कर रहा है, जहां हर कोई इसका साझेदार है।
By Sunil Kumar Gupta
पूरे देश में 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा, पिछले कुछ साल में संस्थागत प्रसव बढ़े, लेकिन स्तनपान की दर में बढ़ोतरी नहीं हुई। इसमें सबसे बड़ी चुनौती सामाजिक मान्यताएँ, मिथक, परंपराएँ, रुढ़ियाँ और अशिक्षा हैं।
पूरे देश में 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा, पिछले कुछ साल में संस्थागत प्रसव बढ़े, लेकिन स्तनपान की दर में बढ़ोतरी नहीं हुई। इसमें सबसे बड़ी चुनौती सामाजिक मान्यताएँ, मिथक, परंपराएँ, रुढ़ियाँ और अशिक्षा हैं।
By Anusha Mishra
By Aishwarya Tripathi
The prawn seedling collectors of the Sundarbans stand in brackish water for over 10 hours a day catching ‘bagda’, and routinely suffer urinary tract infections, skin allergies, joint pains, and even miscarriages. Poor healthcare infrastructure in the delta islands adds to their life of struggle.
The prawn seedling collectors of the Sundarbans stand in brackish water for over 10 hours a day catching ‘bagda’, and routinely suffer urinary tract infections, skin allergies, joint pains, and even miscarriages. Poor healthcare infrastructure in the delta islands adds to their life of struggle.
By Geeta Yadav
दुनिया-भर में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। हर आठ मिनट में, एक महिला की मौत हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य 2050 तक सर्वाइकल कैंसर के 40 प्रतिशत तक मामलों को घटाना है। इसके तहत 2030 तक 15 साल की उम्र वाली 90 प्रतिशत लड़कियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।
दुनिया-भर में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। हर आठ मिनट में, एक महिला की मौत हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य 2050 तक सर्वाइकल कैंसर के 40 प्रतिशत तक मामलों को घटाना है। इसके तहत 2030 तक 15 साल की उम्र वाली 90 प्रतिशत लड़कियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।