By गाँव कनेक्शन
By Sanjay Srivastava
By Neetu Singh
By Gaon Connection
पशुपालन और खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है, ये कर दिखाया है गुजरात की इस गोशाला ने; तभी तो यहाँ पूरा परिवार सिर्फ गोशाला का काम देखता है और बहुत सारे लोगों को रोज़गार भी दिया है।
पशुपालन और खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है, ये कर दिखाया है गुजरात की इस गोशाला ने; तभी तो यहाँ पूरा परिवार सिर्फ गोशाला का काम देखता है और बहुत सारे लोगों को रोज़गार भी दिया है।
By Divendra Singh
पशुपालन और खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है, ये कर दिखाया है गुजरात की इस गोशाला ने; तभी तो यहाँ पूरा परिवार सिर्फ गोशाला का काम देखता है और बहुत सारे लोगों को रोज़गार भी दिया है।
पशुपालन और खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है, ये कर दिखाया है गुजरात की इस गोशाला ने; तभी तो यहाँ पूरा परिवार सिर्फ गोशाला का काम देखता है और बहुत सारे लोगों को रोज़गार भी दिया है।
By Gaon Connection
देसी गाय पालन कितना फायदेमंद हो सकता है, ये हरियाणा के राम सिंह सिंह से सीखना चाहिए, उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
देसी गाय पालन कितना फायदेमंद हो सकता है, ये हरियाणा के राम सिंह सिंह से सीखना चाहिए, उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
By Divendra Singh
देसी गाय पालन कितना फायदेमंद हो सकता है, ये हरियाणा के राम सिंह सिंह से सीखना चाहिए, उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
देसी गाय पालन कितना फायदेमंद हो सकता है, ये हरियाणा के राम सिंह सिंह से सीखना चाहिए, उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
By Ajay Mishra
By Diti Bajpai
जिज्वा घास घास मीठी होती है इसलिए इस घास को गाय, भैंस, भेड़, बकरी सभी पशु बड़े चाव से खाते है। इसको बोने का सही समय एक जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक है।
जिज्वा घास घास मीठी होती है इसलिए इस घास को गाय, भैंस, भेड़, बकरी सभी पशु बड़े चाव से खाते है। इसको बोने का सही समय एक जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक है।
By Madhav Sharma
जनवरी 2019 में भारत से तीन बारातें पाकिस्तान के सिंध गई थीं। लेकिन पुलवामा हमले के बाद तीनों दूल्हे बिना दुल्हन ही अप्रैल में वापस आ गए थे। लंबी मशक्कत के बाद 2 दुल्हनें मार्च 2021 में भारत आ गईं थी, लेकिन विक्रम की दुल्हन का वीजा ब्लैक लिस्ट हो गया था। अब ढाई साल बाद विक्रम की लंबी जद्दोजहद के बाद उनकी दुल्हन को वीजा मिला है।
जनवरी 2019 में भारत से तीन बारातें पाकिस्तान के सिंध गई थीं। लेकिन पुलवामा हमले के बाद तीनों दूल्हे बिना दुल्हन ही अप्रैल में वापस आ गए थे। लंबी मशक्कत के बाद 2 दुल्हनें मार्च 2021 में भारत आ गईं थी, लेकिन विक्रम की दुल्हन का वीजा ब्लैक लिस्ट हो गया था। अब ढाई साल बाद विक्रम की लंबी जद्दोजहद के बाद उनकी दुल्हन को वीजा मिला है।