यूपी: महिलाओं के लिए कोरोना स्पेशल वैक्शीनेशन बूथ शुरु, 14 जून से रिक्शाचालकों और दुकानदारों के लिए विशेष इंतजाम

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यूपी: महिलाओं के लिए कोरोना स्पेशल वैक्शीनेशन बूथ शुरु, 14 जून से रिक्शाचालकों और दुकानदारों के लिए विशेष इंतजाम

उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोविड की स्थिति की समीक्षा करते सीएम योगी आदित्यनाथ।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार की 'ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट' की नीति कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में अत्यन्त सफल सिद्ध हो रही है। राज्य में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में कमी एवं रिकवरी दर में लगातार वृद्धि से कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों में कमी हो रही है।

लखनऊ में एक हाईलेवल मीटिंग कोविड स्थितियों की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण कार्य को गुणवत्तापरक तथा समय सीमा में पूर्ण कराया जाए। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में 7 जून से महिला स्पेशल कोरोना वैक्सीनेशन बूथ प्रारम्भ किए गए हैं और 14 जून, 2021 से अपने दिन-प्रतिदिन के कार्य के क्रम में लोगों के सीधे संपर्क में आने वाले कामगारों रिक्शा, ई-रिक्शा, थ्री व्हीलर चालक, दूध विक्रेता, ठेला एवं खोमचे वाले दुकानदारों आदि के कोरोना वैक्सीनेशन के विशेष इंतजाम किया जाएगा।

सीएम योगी वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री बताया कि पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 727 मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 2,860 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 15,681 है। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 97.8 प्रतिशत हो गई है।

अधिकारियों ने ये भी बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में भी निरंतर कमी देखी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 2,80,220 कोविड टेस्ट किये गये हैं। इनमें कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.3 प्रतिशत रही है। प्रदेश में अब तक कुल 05 करोड़ 16 लाख 22 हजार 903 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें पॉजिटिविटी दर 3.3 प्रतिशत रही है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सक का प्राथमिक कार्य आमजन को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसलिए चिकित्सकों को कार्यालय प्रबन्धन कार्य से हटाकर अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात किया जाए। यह तैनाती इस प्रकार की जानी चाहिए कि प्रत्येक प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक उपलब्ध हो। एएलएस, '108' एवं '102' एम्बुलेंस सेवाएं सुचारु एवं प्रभावी ढंग से कार्यरत रहनी चाहिए। एम्बुलेंस सेवाओं को और बेहतर तथा कारगर बनाने के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही की जाए। इस्तेमाल योग्य न रह गई एम्बुलेंस को आवश्यकतानुसार रिप्लेस किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जनपदों में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू है, वहां इसका प्रभावी ढंग से पालन कराया जाए। जिन जनपदों में सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट दी जा रही है, वहां छूट की अवधि में कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न बड़े औद्योगिक संस्थानों द्वारा अपने कर्मियों का कोरोना वैक्सीनेशन स्वयं के संसाधनों से कराने के साथ ही, आम जनता के लिए निःशुल्क कोरोना वैक्सीनेशन बूथ संचालित करने की इच्छा प्रकट की गई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से संवाद बनाकर अनुमति मिलने पर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाए। इससे राज्य सरकार के सभी प्रदेशवासियों के जल्द ही कोरोना वैक्सीनेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अभी तक दो करोड़ से भी अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज एडमिनिस्टर की जा चुकी हैं।

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