त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव में चली सहानुभूति की लहर, मृतक प्रधानों की पत्नियों ने दर्ज की जीत

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना 2 मई को हुई थी लेकिन कई विजयी प्रधानों और सदस्यों की मौत हो गई थी, जिसके बाद 12 जून को उपचुनाव हुए और 14 जून को नतीजे घोषित किए गए।

Ajay MishraAjay Mishra   15 Jun 2021 9:40 AM GMT

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त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव में चली सहानुभूति की लहर, मृतक प्रधानों की पत्नियों ने दर्ज की जीतउपचुनाव में सहानुभूति की लहर का मिला फायदा, ग्राम प्रधानों की पत्नियों को जनता ने चुना प्रतिनिधि। फोटो- अजय मिश्रा

कन्नौज (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश सामान्य चुनाव के बाद जीते प्रधान के निधन से रिक्त पदों पर उपचुनाव में मतदाताओं ने दरियादिली दिखाई और मृतक प्रधान की पत्नियों को विजयी बनाया। इसमें सहानुभूति की लहर खूब चली।

प्रदेश के कन्नौज जिले में तीन प्रधान, दो बीडीसी और 57 ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 12 जून को उपचुनाव हुआ था। 14 जून को हुई मतगणना दोपहर को ही समाप्त हो गई। जिला मुख्यालय से करीब 14 किमी दूर ब्लॉक उमर्दा क्षेत्र के सखौली ग्राम पंचायत से सामान्य चुनाव की मतगणना में राकेश राजपूत विजयी हुए थे। हालांकि परिणाम आने से पहले ही कोविड-19 की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। 12 जून को उपचुनाव में यहां चार प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन वोटरों ने राकेश की पत्नी कमला देवी पर भरोसा जताया और उनको विजयश्री दिलाई। यही हाल ब्लॉक जलालाबाद क्षेत्र के जसपुरापुर सरैया और उत्तिमापुर पट्टी का भी रहा। यहां भी मृतक प्रधानों की पत्नी ही प्रधान पद पर चुनी गईं। सखौली और उत्तिमापुर अनारक्षित और जसपुरापुर सरैया अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है।

मालती और सरोज ने पति की विरासत कायम रखी

19 अप्रैल को मतदान के बाद दो मई को हुई मतगणना में ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत जसपुरापर सरैया से राकेश यादव और उत्तिमापुर पट्टी से रामेंद्र कुमार चुनाव जीते थे। दोनों लोगों की मौत के बाद 12 जून को उपचुनाव हुआ। खास बात यह है कि जसपुरापर सरैया सीट से राकेश यादव 27 वोटों से जीते थे, लेकिन इनकी पत्नी मालती देवी 457 वोट से विजयी घोषित हुईं।

उत्तिमापुर पट्टी पहले प्रधान पद पर जीते रामेंद्र की पत्नी सरोज केवल 14 वोट से ही चुनाव जीतीं, लेकिन पति की विरासत बचाए रखी। मतगणना के दौरान थोड़ी गहमागमी भी हुई। पहले सरोज को 10 मतों से जीता बताया गया, लेकिन दूसरे प्रधान प्रत्याशी ने आपत्ति लगा पुनः काउंटिंग कराई, जिसमें चार वोट और बढ़ गए।

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457 वोटों से फिरोज अली, मालती से हारे

मतगणना के दौरान जसपुरापुर सरैया से प्रधान प्रत्याशी मालती देवी ने पहले राउंड से ही अपने प्रतिद्वंदी से बढ़त बना ली थी। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी फिरोज अली को 457 मतों से शिकस्त दी। मालती देवी को 987 मत और फिरोज अली को 530 मत मिले। यह सीट मालती देवी के पति राकेश यादव के निधन से खाली हुई थी। वह 27 मतों से ही चुनाव में विजयी हुए थे।

सरोज दिवाकर ने संजीव को 14 वोट से हराया

ग्राम पंचायत उत्तिमापुर पट्टी से सरोज दिवाकर ने निकटतम प्रतिद्वंदी संजीव को कड़े संघर्ष के बाद 14 मतों से प्रधान पद पर शिकस्त दी। यह सीट सरोज के पति रावेंद्र के निधन से रिक्त हुई थी। वह 19 मतों से चुनाव जीते थे। सरोज दिवाकर को 561 व संजीव को 547 मत मिले।

बीडीसी में राजकुमारी जीतीं, ग्राम पंचायत सदस्य में लाटरी से हरिश्याम

ब्लॉक सदर और गुगरापुर क्षेत्र के रिक्त वार्डों की मतगणना नवीन कृषि मंडी समिति कन्नौज में हुई। यहां बीडीसी के वार्ड 76 रजईमऊ राजा से राजकुमारी ने अपने प्रतिद्वंदी शिवम को 20 वोटों से परास्त किया।

रिटर्निंग ऑफीसर/जिला समाज कल्याण अधिकारी अंजनी कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत वैसापुर पट्टी के वार्ड एक से सदस्य पद पर चुनाव लड़े हरिश्याम और दीपक के 61-61 वोट निकले। जिसकी वजह से एक बालक को बुलाकर लाटरी निकाली गई, जिसमें हरिश्याम विजयी घोषित हुए। रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि कन्नौज क्षेत्र से कुल 48 ग्राम पंचायत सदस्य और इकलौते बीडीसी की मतगणना हुई। बीडीसी में राजकुमारी को 477 और शिवम को 452 वोट मिले। मतगणना स्थल का निरीक्षण करने के लिए एडीएम गजेंद्र कुमार, सीडीओ आरएन सिंह, एसडीएम गौरव शुक्ल, ट्रेनी एसडीएम गरिमा सिंह व प्रभारी बीडीओ सदर दयाराम यादव पहुंचे।

गुगरापुर के वोट पहले गिने

ब्लॉक कन्नौज की मतगणना तीन टेबिलों पर चली। इसके अलावा ब्लॉक गुगरापुर क्षेत्र के तीन ग्राम पंचायत सदस्यों के मतों की गिनती एक टेबिल पर हुई। यहां पहले मतगणना खत्म हुई, जिसकी वजह से कन्नौज के वोट गिनने के लिए गुगरापुर की टेबिल को भी शामिल कर लिया गया। जिस वजह से जल्द मतगणना समाप्त हो गई।

तिर्वा के उमर्दा ब्लॉक सभागार में सखौली ग्राम सभा के प्रधान पद की हुई मतगणना में कमला देवी ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी गायत्री देवी को 486 वोटों से हराकर चुनाव जीत लिया। निर्वाचन अधिकारी ने उनको जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया। वहीं हसेरन ब्लाक में गोपालपुर सीट से क्षेत्र पंचायत सदस्य की हुई मतगणना में अलका राजपूत ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी सीमा को 308 मतों से हरा दिया।

उमर्दा ब्लॉक सभागार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हो गई। करीब 10.30 तक मतगणना का काम खत्म हो गया। मतगणना के बाद आए परिणामों में कमला देवी को 923 मत मिले। जबकि उनकी विरोधी गायत्री को 437 मतों से संतोष करना पड़ा। इस तरह निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें 486 मतों से विजयी घोषित कर दिया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसडीएम जयकरन व सीओ दीपक दुबे लगातार मौजूद रहे। वहीं हसेरन ब्लॉक में भी सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई। यहां भी करीब 11 बजे तक चली मतगणना के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर अलका राजपूत को विजयी घोषित किया गया। उन्हें 882 मत प्राप्त हुए। उनकी प्रतिद्वंदी सीमा को 574 मत प्राप्त हुए। यहां भी निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा।


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