बसपा के पोस्टर में मायावती के साथ अखिलेश यादव भी, सतीश मिश्रा ने किया खंडन
गाँव कनेक्शन | Aug 21, 2017, 14:20 IST
लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी ने रविवार को एक पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में बसपा की मायावती और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव साथ नज़र आ रहे हैं। दोनों ही यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस पोस्टर को बीएसपी ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है। हालांकि इस ख़बर बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने खंडन किया है और कहा है कि यह हमारी पार्टी का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है और न ही पार्टी का कोई दूसरा अकाउंट ट्विटर पर है।
पोस्टर में अखिलेश यादव के अलावा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ जेडीयू के बागी नेता शरद यादव भी हैं। इस पोस्टर में लिखा है, 'सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो।'
बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने हाल ही में संसद के मॉनसून सत्र में दलितों के मुद्दे पर बोलने से रोकने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने उन्हें बिहार से राज्यसभा भेजने की पेशकश की थी।
वहीं अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि मैंने हमेशा मायावती को एक रिश्ते के तौर पर संबोधित किया है तो लोगों को लग सकता है कि कहीं हम बीएसपी से गठबंधन न कर लें। हां अगर सरकार के लिए ज़रूरत पड़ेगी तो देखिए, कोई नहीं चाहेगा कि राष्ट्रपति शासन हो बीजेपी रिमोट कंट्रोल से उत्तर प्रदेश को चलाएं। इससे बेहतर होगा कि एसपी और बीएसपी साथ मिलकर सरकार बनाएं।
पोस्टर में अखिलेश यादव के अलावा, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ जेडीयू के बागी नेता शरद यादव भी हैं। इस पोस्टर में लिखा है, 'सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो।'
सामाजिक न्याय की ओर एक कदम...
विपक्ष का एकीकृत प्रयास...#BSP pic.twitter.com/4XJYhacmwL
— Bahujan Samaj Party (@BspUp2017) August 20, 2017
वहीं अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि मैंने हमेशा मायावती को एक रिश्ते के तौर पर संबोधित किया है तो लोगों को लग सकता है कि कहीं हम बीएसपी से गठबंधन न कर लें। हां अगर सरकार के लिए ज़रूरत पड़ेगी तो देखिए, कोई नहीं चाहेगा कि राष्ट्रपति शासन हो बीजेपी रिमोट कंट्रोल से उत्तर प्रदेश को चलाएं। इससे बेहतर होगा कि एसपी और बीएसपी साथ मिलकर सरकार बनाएं।