यूपी : शाहजहांपुर में 10 गाँवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया  

Ram SinghRam Singh   3 Sep 2017 2:09 PM GMT

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यूपी : शाहजहांपुर में 10 गाँवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया  शाहजहांपुर में कार्यक्रम के दौरान अधिकारी गण 

शाहजहाँपुर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिये गये निर्देशों के पालन में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के योजनान्तर्गत इस साल के अंत तक जनपद शाहजहाँपुर को खुलें से शौचमुक्त किये जाने के उद्देश्य से जनपद के कई विकास खण्डों में करीब दस गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया।

इसी कड़ी में विकास खंड मदनापुर के ग्राम भुड़िया, पेहना, हरनरायनपुर जटैया, बमरौली व विकास खण्ड कांट के लाडपुर सराय, जहांगीरपुर, कोठा, कुतुआपुर पंडरी एवं खानपुर तथा विकास खण्ड खुदागंज के अन्तर्गत ग्राम मकरन्दपुर धीमरपुर एवं रेहरा कुल 10 ग्रामों को ग्राम पंचायत स्तर से खुले से शौच मुक्त घोषित किया गया है। जिनका उक्त ग्रामों को जिला स्तरीय टीम द्वारा ओडीएफ घोषित किया गया है। उक्त गाँवों में शत-प्रतिशत खुले में शौच की प्रथा से समाप्त कर दिया गया है।

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इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी धमेन्द्र कुमार ने बताया कि उक्त ग्रामों को खुले से शौचमुक्त किये जाने हेतु ग्राम में जाकर इस कुप्रथा के बारे में जन-जन जागरूकता कर एवं इसके दुप्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई तथा शौच के लिए स्वच्छ शौचालयों के निर्माण कराकर प्रयोग करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रायः यह देखा जाता है कि ग्रामीण अंचल में शौच के लिए हमारी माता, बहनें, बेटियां खुले में शौच के लिए जाती हैं जिससे उन्हें अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। खुले में शौच करने से गन्दगी होने के कारण बरसात के दिनों में अनेकों संक्रमित बीमारियां फैलने के कारण हमारे सैकड़ों बच्चे बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं तथा काल के गाल में समा जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हमारा समाज जागरूक हो जाये तो स्वच्छ भारत का सपना साकार होने मे तनिक देर नहीं लगेगी। अधिकारी ने ये भी बताया कि उक्त ग्रामों को खुले से शौच मुक्त करने में उच्चाधिकारियों एवं सम्मानित ग्रामवासियों को पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है।

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जिसके फलस्वरूप 10 ग्रामों को खुले से शौच मुक्त किया जा सका है। उक्त गाँवों को खुले में शौच मुक्त करने हेतु जनपद स्तर से ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति द्वारा किये गये प्रयासों से ओडीएफ घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप पूर्व निर्धारित दिसम्बर-2017 तक जनपद को शत-प्रतिशत खुले से शौच मुक्त कराते हुए जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया जायेगा। वहीं विकास खंड मदनापुर के गांव जटैया निवासी वीरपाल (45) ने कहा कि मुझे सरकारी खजाने से शौचालय बनवाने के लिए लगभग बारह हजार रुपये की आर्थिक मदद मिली जिससे मैंनें शौचालय का निर्माण करवाया और अब हम उसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

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