Lok Sabha Elections 2019: योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर और तीन तलाक के नाम पर पटना में मांगा वोट

एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि तीन तलाक पर लगाम लगाना और डिजिटल इंडिया के तहत संपर्क बेहतर बनाना केंद्रीय मंत्री रविशंकर की उपलब्धियों में शामिल है।

Update: 2019-05-16 06:03 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर और तीन तलाक के नाम पर वोट मांगा। वह बिहार की राजधानी पटना में बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का प्रचार कर रहे थे। पटना साहिब संसदीय क्षेत्र पर रविशंकर प्रसाद का मुकाबला मौजूदा सांसद और कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा से है।

बुधवार देर रात शहर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीन तलाक पर लगाम लगाना और डिजिटल इंडिया के तहत संपर्क बेहतर बनाना केंद्रीय मंत्री रविशंकर की उपलब्धियों में शामिल है। उन्होंने कहा कि वह न सिर्फ राम मंदिर के पैरोकार हैं बल्कि तीन तलाक के रिवाज पर हमला कर आधी आबादी के लिए न्याय सुनिश्चित करने का भी काम उन्होंने किया है।

योगी ने कहा, "मेरे लिए यहां आना जरूरी था क्योंकि आप एक ऐसे व्यक्ति को चुनने जा रहे हैं जिसकी देश भर में लाखों राम भक्तों को जरूरत है। रविशंकर प्रसाद अयोध्या मामले में एक याचिकाकर्ता के वकील हैं जिस पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 2010 में फैसला सुनाया था। इस फैसले के खिलाफ एक याचिका उच्चतम न्यायालय में लंबित है।"

योगी ने आगे कहा, "कानून मंत्री के तौर पर उन्होंने तीन तलाक को कैद के साथ दंडनीय बनाने वाले अध्यादेश को पेश करने में अहम भूमिका निभाई। बाद में इस पर संसद में विधेयक लाया गया और वहां भी इसे कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन प्रसाद ने हार नहीं मानी और आज तीन तलाक पर प्रतिबंध है।"

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा, "मैं पश्चिम बंगाल से आ रहा हूं जहां कानून-व्यवस्था एकदम चरमरा गई है। वहां पर अव्यवस्था और लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही मची हुई है।"

बीजेपी नेता ने दावा किया कि इस हफ्ते पश्चिम बंगाल में उनकी तीन रैलियां नर्धिारित थीं लेकिन इसकी मंजूरी उन्हें नहीं दी गई। उन्होंने कहा, "काफी जद्दोजहद के बाद मुझे बुधवार को रैलियां करने की मंजूरी मिली। लेकिन यह सुनिश्चित करने की भी कोशिश की गई कि ये आदेश मेरे पास इतनी देर से पहुंचे कि मेरे लिए वहां पहुंचना मुश्किल हो जाए। इसके बावजूद यहां आने से पहले मैंने रैलियों को संबोधित किया।"

योगी ने ये बातें ऐसे वक्त की है जब बीजेपी और तृणमूल समर्थकों के बीच हुई हिंसा के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में प्रचार अभियान की अवधि को घटा दिया गया है।

(भाषा से इनपुट)

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