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मोलेला, कावड़ और फड़ - राजस्थान की पारंपरिक कलाओं को मिल रही नई पहचान
जयपुर, राजस्थान। राजस्थान की खूबसूरती उसके रेत के टीलों, यहां से वहां भटकते लोक गायकों, पवित्र उपवनों और युद्ध के नायकों में छिपी हुई है, जो खुद को शानदार परंपरा, प्रेरक संगीत और जीवंत कला से और...
Parul Kulshreshta 9 Dec 2022 5:50 AM GMT

भक्ति और बाउल संगीत के साथ शुरू हुई राजस्थान कबीर यात्रा
उदयपुर, राजस्थान 'राजस्थान कबीर यात्रा' की उद्घोषणा करते बैनर उदयपुर की फतेह सागर झील से उठती मीठी बयार में लोग मंत्र मुग्ध हो रहे थे। आसमान साफ है, सूरज ने अपने नारंगी रंग की छटा हर तरफ बिखेरी हुई...
Pankaja Srinivasan 3 Oct 2022 10:22 AM GMT

रैप सॉन्ग: हसदेव के जंगलों को बचाने का अनोखा तरीका
छत्तीसगढ़ में इकोलॉजिकली संवेदनशील हसदेव के जंगलों को कोयला खनन के लिए रास्ता बनाने के लिए नष्ट किए जाने का खतरा है। और स्थानीय आदिवासी समुदाय पिछले कई वर्षों से इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं। अब...
गाँव कनेक्शन 16 May 2022 1:21 PM GMT

ओडिशा: 2 साल के इंतजार के बाद एक बार फिर गर्मियों में होने वाली रामलीला की वापसी
रामलीला उत्सव आमतौर पर भारत में सर्दियों की शुरुआत में मनाया जाता है। जहां रामायण का प्रदर्शन गीतों, कहानियों के कहने और नाटक के साथ किया जाता है। हालांकि, पूर्वी राज्य ओडिशा में ग्रीष्मकालीन रामलीला...
Ashis Senapati 9 May 2022 7:07 AM GMT

अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है वृंदावन की प्रसिद्ध सांझी कला
वृंदावन, उत्तर प्रदेश। सांझी पेंटिंग, भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्राचीन कला है, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन के वैष्णव मंदिरों में सैकड़ों वर्षों से फला-फूला है। वृंदावन में 500 साल पुराने...
Satish Malviya 28 April 2022 6:24 AM GMT

लालटेन कथा: कभी हर एक घर में रोशनी का जरिया थी, अब इसका शीशा भी ढूंढे न मिलेगा
आने वाले कुछ दशकों बाद पैदा होने वाली पीढ़ी के लिए लालटेन का नाम सुनना ऐसा लगेगा कि यह किसी नए ग्रह के प्राणी का नाम तो नहीं है या फिर कहीं सुकरात और कबीर के जमाने में पैदा हुए किसी दार्शनिक का नाम तो...
Dr. Satyendra Pal Singh 15 April 2022 8:31 AM GMT

फणीश्वर नाथ रेणु की दुनिया- जिसके बिना हम अधूरे हैं ..
साहित्य की तकरीबन सभी विधाओं में बराबर कलम चलाने वाले रेणु पैदाइशी किसान थे। उनके रग रग में किसानी का रंग था। फसलों की दुनिया की तरह वे साहित्य की दुनिया रचते थे, एक जीवट किसान की तरह। कहानी उनके जीवन...
Girindranath Jha 4 March 2022 7:03 AM GMT

डांगी नृत्य के जरिए धरती माता को आभार प्रकट करते हैं गुजरात के आदिवासी
दूसरे आदिवासी समुदायों की तरह, दक्षिण-पूर्व गुजरात में डांग जिले में सह्यादिरी पहाड़ियों के बीच डांगी जनजाति भी प्रकृति के करीब रहती है। पश्चिमी घाट का हिस्सा होने के कारण यह आदिवासी समुदाय पेड़ों,...
गाँव कनेक्शन 27 Jan 2022 12:07 PM GMT