बैंगन में फाइबर की प्रचूर मात्रा पाई जाती है और इसमें पाए जाने वाले कार्बोहाईड्रेट्स अल्प मात्रा में घुलनशील प्रकृति के होते हैं इसलिए इसे डायबिटीस के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। टाइप-3 शुगर से ग्रस्त रोगियों को रोज़ाना बैंगन सेवन से शर्करा नियंत्रण में काफी मदद मिलती है। आदिवासियों के अनुसार बैंगन का सेवन उच्च रक्तचाप और हृदय रोगियों के लिए उत्तम है। आधुनिक विज्ञान भी इस बात की पैरवी करता है। अक्सर देखा गया है कि शरीर में लौह तत्वों की अधिकता नुकसान करती है और ऐसे में नासुनिन नामक रसायन जो बैंगन में पाया जाता है शरीर के लौह तत्वों की अधिकता को नियंत्रित करता है और इसे सामान्य बनाने में मदद करता है। इस वजह से हॄदय संचालन सामान्य रहता है और उच्च रक्तचाप भी नियंत्रित रहता है।