Lok Sabha Election 2019: योगी आदित्यनाथ और मायावती पर चुनाव आयोग का चाबुक, चुनाव प्रचार और रैली करने पर प्रतिबंध
चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ पर तीन और मायावती पर दो दिन का प्रतिबंध लगाया है। दोनों ही नेताओं पर यह प्रतिबंध 16 अप्रैल से लागू होगा।
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार और रैली करने पर योगी आदित्यनाथ पर तीन और मायावती पर दो दिन का प्रतिबंध लगाया है। दोनों ही नेताओं पर यह प्रतिबंध 16 अप्रैल से लागू होगा। आयोग ने यह प्रतिबंध नेताओं द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन करने की वजह से लगाया है। दरअसल इन दोनों नेताओं ने चुनावी रैली के दौरान साम्प्रदायिक टिप्पणियां की थी।
जहां मायावती ने बीजेपी को रोकने के लिए मुसलमानों से महागठबंधन को वोट देने की अपील की थी, वहीं योगी ने 'अली बजरंग बली' वाला बयान दिया था। मायावती ने देवबंद में हुए एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा था कि अगर बीजेपी को हराना है तो मुसलमानों को अपना वोट बंटने से रोकना होगा और इसके लिए उन्हें महागठबंधन को वोट देना होगा। वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर विपक्ष अली का समर्थन करता है, तो हम बजरंग बली का समर्थन करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इन साम्प्रदायिक टिप्पणियों को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग से पूछा था कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले इन बयानों के मद्देनजर आयोग ने अब तक क्या कार्रवाई की है? चुनाव आयोग के वकील ने इसके जवाब में कोर्ट को बताया कि इस मामले में पहले ही बीएसपी सुप्रीमो से जवाब मांगा गया है। मायावती को 12 अप्रैल तक जवाब देना था लेकिन चुनाव आयोग को अभी उनका जवाब नहीं मिला है।
चुनाव आयोग ने कहा कि उनके पास सिर्फ इतना ही अधिकार है कि वह नेताओं को एडवाइजरी और नोटिस जारी कर सकता है। आयोग ने कहा कि उनके पास किसी नेता को अयोग्य ठहराने की शक्ति नहीं है। इस पर कोर्ट ने कहा कि वह चुनाव आयोग के अधिकारों का परीक्षण करेंगे।