कर्नाटक के बीजापुर ज़िले के रहने वाले आनन्दजब अधिक सूखा पड़ता है तो अपनी चार हज़ार से अधिक भेड़ और बकरियोंके साथ महाराष्ट्र के सोलापुर चले जाते है। आनंद बीजापुर से कोल्हापुर तक 200 किमी की यात्रा पैदल ही तय करते है। इस यात्रा में जहां रात होती है वहीं रूक जाते है और सुबह होते ही फिर चलने लगते है। इस दौरान इनका परिवार भी साथ रहता है। पारिवारिक सामान ढोनेके लिये ये लोग घोड़ो औऱ खच्चरों का इस्तेमाल करते हैं।