पीठ दर्द दूर करने में कारगर है व्यायाम

Update: 2016-08-05 05:30 GMT
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लखनऊ। पीठ दर्द को अकसर आम समझकर अनदेखा कर देते हैं, जो आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती है। आजकल अधिकतर युवा लोग लो-बैक पेन (कमर,पीठ दर्द) के शिकार हो रहे हैं।

कमर के दाेनों तरफ से निचली दोनों जांघों और पैरों तक जाने वाले दर्द को साइटिका कहते हैं। इस प्रकार का दर्द पीठ की नीचे वाली नसों के दबने के कारण होता है। कभी-कभी इसका कारण स्लिप डिस्क भी हो जाता है। प्डिस्क से निकली नर्व साइटिका नस पर दबाव डालती है, इससे भी साइटिका दर्द हो सकता है। इस समस्या को प्राय:रेडिक्यूलोपेथी के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी के बारे में लखनऊ के अर्थराइटिस डॉ शुभ मल्होत्रा बता रहे हैं---

दर्द का कारण व उपचार

तनाव ना लें 

तनाव हर बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। तनाव का बुरा प्रभाव हमारी रीढ की हड्डी पर भी पड़ता है। मांसपेशियों में दर्द होने लगता है, इसलिए तनाव से दूर रहें।

खान पान में परहेज-- अपनी पीठ की ही क्या यदि किसी और बीमारी से भी बचना चाहती हैं। तो तली-भुनी चीजें न खाएं। उससे कब्ज बनता है, जिसके कारण भी पीठ में दर्द होता है। इसलिए तली-भुनी चीजें और फॉस्ट फूड ना खाएं। खाने में चीनी और नमक का कम सेवन करें।

डॉक्टर से परामर्श करें-- पीठ में होने वाले दर्द को कभी भी आम समझकर अनदेखा ना करे, क्योंकि आगे चलकर यह बड़ी समस्या भी बन सकती है। इसलिए तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

व्यायाम

पीठ के दर्द का उपचार नियमित, अनुशासिक ढंग से व्यायाम करने से हो सकता है। इससे डिस्क के खाली स्थान पर पोषक तत्व पहुंचते हैं, जिससे रीढ की हड्डी के कोमल तंतु और जोड़ स्वस्थ हो जाते हैं। व्यायाम की कमी के कारण पीठ में कमजोरी, कड़ापन तथा दर्द की समस्याएं हो जाती है। इसलिए स्पाइनल के आसपास कोमल कोशिकाओं, मांसपेशियों, लिंगमेन्ट्स और टेंडन्स के खिचाव वाले स्ट्रेचिंग सभी के लिए लाभदायक हैं। यह भी किसी विशेषज्ञ की सलाह पर ही करें। सुबह टहलने जाएं।

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