2018-19 में शून्य रही रेलवे दुर्घटना- Economic Survey 2019

इस दौरान रेलगाड़ियों के बेपटरी होने की घटना 2016-17 के 78 से घटकर 2018-19 में 46 हो गई।

Update: 2019-07-04 08:17 GMT

लखनऊ। आर्थिक सर्वे 2019 के अनुसार 2018-19 के दौरान रेलवे से दुर्घटना के एक भी मामले सामने नहीं आए। इस सर्वे में बताया गया है कि 2018-19 के दौरान ट्रेनों के टकराने के मामले शून्य हो गए और रेलगाड़ियों के बेपटरी होने की घटना 2016-17 के 78 से घटकर 2018-19 में 46 हो गई।

माल ढुलाई से बढ़ा राजस्व

आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि 2018-19 के दौरान रेलवे के माल ढुलाई से राजस्व में 5.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। आर्थिक समीक्षा के मुताबिक 2018-19 के दौरान रेलवे ने 1159.55 मिलियन टन की माल ढुलाई की जबकि 2016-17 की अवधि में यह आंकड़ा 1106.15 मिलियन टन दर्ज किया गया था। यानी 2016-17 के मुकाबले 2018-19 में 53.49 मिलियन टन की वृद्धि दर्ज की गई।

बढ़ा विद्युतीकरण कार्य

भारतीय रेलवे द्वारा विद्युतीकरण का कार्य बढ़ा है। सर्वे में कहा गया है कि 2021 तक 38,000 किलोमीटर रेललाइन का विद्युतीकरण किया जाएगा जिससे ब्रॉडगेज का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल हो जाएगा।

01 अप्रैल 2019 की स्थिति के अनुसार भारतीय रेलवे के पास विद्युत चालित 35,488 किलोमीटर मार्ग का नेटवर्क है, जो कुल नेटवर्क का 51.85 प्रतिशत है और 64.50 प्रतिशत माल ढुलाई करता है जबकि 53.70 प्रतिशत कोचिंग ट्रैफिक का वहन करता है। पूर्ण विद्युतीकरण हो जाने के बाद आयातित डीजल पर देश की निर्भरता कम होगी।

रेल यात्रियों की संख्या में हुई वृद्धि

2016-17 की तुलना में वर्ष 2017-18 के दौरान भारतीय रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में 2.09 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि 2017-18 की तुलना में वर्ष 2018-19 में भारतीय रेलवे में यात्रा करने वालों की संख्या में सिर्फ 0.64 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

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