लखनऊ। गिरते हुए तापमान में पशुपालकों को अपने पशुओं का विशेष ख्याल रखना चाहिए जिससे पशु किसी भी बीमारी से बच सकें।
ऐसे करें बचाव
- पशुओं को खुले में बिलकुल भी ना रखें। पशुओं को पशुबाड़े में ही रखे जिससे पशु बाहरी हवा और पाला से बच सके।
- पशुबाड़े में बिछाने के लिए लकड़ी के बुरादे का प्रयोग करे जिससे पशुओं के पैरों को ठंड न लगे।
- पशुबाड़े में गोमूत्र के निकलने की उचित व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे वहां भराव ना हो सके।
- पशुओं को ठंड से बचाने के लिए जूट के बोरे को अच्छे से पहनाकर बांध दें।
- पशुओं को स्वच्छ ताजा पानी पिलाएं।
- पशुबाड़े के अन्दर या बाहर अलाव जला दें जिससे पशुओं को गर्मी मिलती रहे।
- ठंड में पशुओं को कंसन्ट्रेट संतुलित आहार दें और खली दाना चोकर की मात्रा बढ़ा दें।
- नवजात पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए खीस पिलाएं।
- प्रसव के बाद पशु को गुनगुना पानी पिलाते रहें।
- भेड़ बकरियों को बीमारी से बचाने के लिए टीका
- मुर्गी घरों में ऊष्मा के लिए 60 वाट का बल्ब जलाएं।
- पशु बीमार होने पर उपचार के बाद भी पशु की मृत्यु होने पर रहत राशि हेतु राजस्व विभाग से संपर्क करें।
ओपिनियन पीस: डॉ. वीके सिंह (उपनिदेशक) पशुपालन विभाग, लखनऊ (उ.प्र.)
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