बिजली कटौती से जब रुकी फसलों की सिंचाई, तो 200 किसानों ने खोया सब्र और उठाया ये कदम

Update: 2017-04-28 13:55 GMT
नाराज किसानों ने विद्युत उपकेंद्र पर जड़ा ताला और किया प्रदर्शन।

नीरज द्विवेदी, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

जसपुरापुर (कन्नौज)। कई दिनों से बिजली कटौती और लो-वोल्टेज समस्या से जूझ रहे किसानों के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया। लोगों ने विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचकर सभी फीडर की आपूर्ति ठप करा दी और ताला जड़ दिया। इसके बाद नाराज लोगों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा काटा।

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कन्नौज जिला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर बसे गांव जसपुरापुर सरैया के किसानों में बिजली समस्या को लेकर काफी दिनों से आक्रोश पनप रहा था, जो बृहस्पतिवार को बाहर आ गया। सुबह 10 बजे से गदनापुर, मीरपुर, अटारा, विसंधुआ, ककलापुर, मवई, रमजनापुर और बाकी गाँव के 200 ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। जसपुरापुर निवासी 30 वर्षीय ग्रामीण विमलेंद्र ने बताया, “मक्का की फसल खड़ी है, जो सूख रही है। जब तक ट्यूबवेल से पानी निकलता है, बिजली चली जाती है। खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। किसान बर्बाद हो रहे हैं।”

गाँव वालों का यह भी कहना है कि सूबे में जब से सरकार बदली है बिजली कुछ देर के लिए आती है। वोल्टेज भी कम आता है। वहीं जेई, पीसी पारस ने कहा, “11/33 केवी विद्युत उपकेंद्र जसपुरापुर सरैया पर 18 घंटा लाइट आती है। पांच एमवीए और तीन एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगे हैं। लोड अधिक है। मैंने उच्चाधिकारियों को जानकारी दे दी है।” दूसरी ओर, एसएसओ पद पर तैनात 30 वर्षीय निजीकर्मी विजय कुमार कहते हैं, “लोड 340 एमपियर का है और क्षमता 264 एमपियर की है, इसलिए कटौती की जाती है। ग्रामीणों ने सुबह 10 बजे ककलापुर फीडर, अटारा, भुगैतापुर और जगतपुर फीडर बंद करा दिए।”

प्रदर्शन की जानकारी मिलने की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची और तिर्वा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह यादव के कहने पर ग्रामीणों ने ताला खोला।

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