केले की सहफसली खेती से कमा रहे लाखों रुपए

Update: 2017-04-15 11:45 GMT
केले की सहफसली खेती से लाखों कमा रहे हैं किसान।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

सुलतानपुर। जिले के किसान पहले गन्ने की खेती करते थे, लेकिन चीनी मिल बंद होने के कारण किसानों को गन्ना बेचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। किसानों ने गन्ने की खेती छोड़ केले की खेती अपना ली, जिससे मुनाफे के साथ-साथ दिक्कतें भी दूर हो गईं।

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उत्तर प्रदेश की राजधानी से 155 किलोमीटर दूर सुल्तानपुर जिले की भदैया तहसील के रामपुर गाँव चंन्द प्रकाश मिश्रा (47 वर्ष) हाईस्कूल पास करने के बाद अपने पिताजी के साथ आलू और गन्ना की खेती करने लगे थे। चंद्र प्रकाश बताते हैं, “जिले में चीनी मिल खराब होने कारण गन्ना बिकाने में बहुत दिक्कतें होने लगीं। एक दिन मैंने एक पत्रिका में केले की खेती के बारे में पढ़ा उसके बाद से केले के साथ सहफसली खेती करनी शुरू कर दी।”

चंद्र प्रकाश बताते हैं, “तैयार केला आसानी से मार्केट में बिक जाएगा। एक एकड़ में लगभग 1200 पौधे लगते हैं। दो एकड़ में केले की खेती करके तीन लाख 60 हजार रुपए कमाए जा सकते हैं। केले की खेत में सहफसली खेती करके और भी मुनाफा कमाया जा सकता है।” चंद्र प्रकाश केले की खेती के साथ और भी कई तरह की खेती करते हैं। वे बताते हैं, “अगस्त के महीने में गोभी की खेती करते हैं। सालभर पत्ता गोभी की खेती करते रहते हैं।

केले की खेती का रकबा जिले में हर साल बढ़ रहा है। इस साल 125 एकड़ में केले की खेती हो रही है। 
मीना कुमारी, जिला उद्यान अधिकार

रबी के मौसम सब्जी, मटर की खेती कर सकते हैं।” जिला उद्यान अधिकारी मीना कुमारी बताती हैं, “केले की खेती का रकबा जिले में हर साल बढ़ रहा है। इस साल 125 एकड़ में केले की खेती हो रही है।”

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