#स्वयंफ़ेस्टिवल: गाय भैंसों के पैरावेट्स को बताया गया घोड़ों के इलाज का गुर

Update: 2016-12-30 17:20 GMT
अस्सी पैरावेट्स को दी गई टीकाकरण की जानकारी।

ऋषभ (कम्युनिटी जर्नलिस्ट) 24 वर्ष

शाहजहांपुर। गाँव कनेक्शन फाउंडेशन की ओर से आयोजित किए जा रहे स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत जनपद के बहादुर विकास भवन में अस्सी पैरावेट्स को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान पशुओं को टीका लगाने के साथ ही पैरावेट्स को यह बताया गया कि वे किस तरह अपने पशुओं को हर मौसम में रोगमुक्त रख सकते हैं।

आस-पास के ग्रामीणों ने अपने पशुअों का कराया इलाज।

स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत आयोजित किए गए इस स्वास्थ्य शिविर में आस-पास के कई ग्रामीणों ने भाग लेते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया। इस बारे में पूछे जाने पर उसी गाँव के रहने वाले विकास राणा ने कहा, “पशुओं का टीकाकरण का कार्यक्रम आयोजित करके गाँव कनेक्शन ने बहुत अच्छा काम किया है। साथ ही, पशु चिकित्सक ने जिस तरह से पशुओं को रोगमुक्त रखने की सलाह देते हुए उनकी दिनचर्या बदलने को कहा है उसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।” वहीं, अपने पशु के मुंहपका की बीमारी से परेशान चल रहे पैरावेट्स अनुराग ने कहा, “यहां आकर बहुत अच्छा लगा। डॉक्टर साहब ने जो कुछ भी सलाह दी है और दवाइयां लिखीं हैं, उसकी मदद से अपने पशु को ठीक करने में काफी मदद मिलेगी।”

पैरावेट्स को दी गई घोड़ों में होने वाली बीमारियों में दी जाने वाली दवाइयों की सलाह।

इस संबंध में ग्राम मुड़ियाकुमार से आए पैरावेट रमेश गुप्ता ने बताया, “गाँव कनेक्शन अखबार की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ब्रुक इंडिया की ओर से हम पैरावेट्स को घोड़ों में होने वाली बीमारी फर्रा और कोलिक की विस्तृत जानकारी दी गई। मुझे यहां आकर काफी कुछ जानने को मिला है।” वहीं, एक अन्य पैरावेट संजीव कुमार ने बताया, “यहां ब्रुक इंडिया की ओर से काफी कुछ जानने को मिला। मैं घोड़ों का इलाज करता हूं। यहां ब्रुक इंडया की ओर से कई जरूरी जानकारियां दी गईं।”

कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्य अतिथि डॉ. धर्मेंद्र सिंह।

वहीं, ब्रुक इंडिया के जिला समन्वयक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने गाँव कनेक्शन की ओर से आयोजित की गई पैरावेट्स जिला कार्यशाला में भाग लेकर कई पैरावेट्स को उनके मन में उठ रहे सवालों का जवाब दिया है। वहीं, मिर्जापुर ब्लॉक के रहने वाले मनोज सिंह ने बताया, “हम लोग पहले गाय-भैसों का इलाज करते थे। मगर स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेकर हमें ब्रुक इंडिया की ओर से यह बताया गया कि किस तरह से घोड़ों का इलाज करना है। यह कार्यशाला हम सभी के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है।”


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